(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मेरठ: गंगा स्नान मेले पर कोरोना का साया, महामारी के चलते रद्द किया गया आयोजन, धारा 144 लगी
कोरोना महामारी एक बार फिर अपना व्यापक असर दिखा रही है. इसके चलते गंगा स्नान मेला व दीपदान उत्सव स्थगित कर दिया गया है. यही नहीं, पुलिस प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुये धारा 144 भी लगा दी है.
मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर में 'गंगा स्नान मेला' और मेरठ जिले के हस्तिनापुर में 'दीपदान' उत्सव को इस साल महामारी के कारण रद्द कर दिया गया है. मेला बुधवार को गढ़मुक्तेश्वर और शुक्रवार को हस्तिनापुर में शुरू होने वाला था.
आपको बता दें कि, मेरठ में हर वर्ष मखदूमपुर गंगा घाट पर विशाल मेला लगता है जिसमें लाखों श्रद्धालु गंगा घाट पर पहुंचकर अपना डेरा जमाते हैं. कई दिनों तक गंगा किनारे तंबुओं की नगरी बसी रहती थी. कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर हजारों लोग पितरों के आत्मा की शांति के लिए दीपदान व पिंडदान करने के लिए भी पहुंचते थे, लेकिन इस बार कोरोना के चलते मेले का आयोजन नहीं हुआ.
कोरोना संक्रमण के चलते रद्द हुआ मेला
हस्तिनापुर के मखदूमपुर में गंगा किनारे इसी तरह के एक मेले का आयोजन होता था, यहां भी हजारों की तादाद में भक्त गंगा नदी में स्नान करने आते थे वहीं, हस्तिनापुर विधायक दिनेश खटीक ने कहा कि महामारी के चलते इस साल हस्तिनापुर में मेले को रद्द कर दिया गया है.
धारा 144 लगाई गई
हापुड़ प्रशासन ने साफ कहा, "आदेश के अनुपालन में 25 से 30 नवंबर के बीच गंगा के किनारे मेला स्थल पर श्रद्धालुओं के आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि क्षेत्र में आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लगाई गई है.
आपको बता दें कि, इस मेले में पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के आसपास के जिलों के हजारों भक्त कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर नदी में पारंपरिक तौर पर स्नान के लिए गढ़मुक्तेश्वर गंगा घाट व हस्तिनापुर के मखदूमपुर घाट के तट पर पहुंचते थे और अपने पूर्वजों के उद्धार के लिए दीपदान करते थे, लेकिन इस बार कोरोना काल के चलते इस मेले पर पूरी तरह प्रशासन ने रोक लगा दी है और इसकी वजह कोरोना के बढ़ते संक्रमण को माना जा रहा है.
ये भी पढ़ें.