देहरादून। प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित कर दी गई है. आगामी 15 नवंबर को गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट पर्व पर दोपहर 12:15 मिनट पर विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. जबकि, यमुनोत्री धाम के कपाट भैयादूज के दिन 16 नवंबर को बंद होंगे. वहीं, शीतकाल में गंगा जी की पूजा-अर्चना मुखबा और मां यमुना की खरसाली में होगी.


गंगोत्री धाम मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बताया कि गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए 30 गते कार्तिक शुक्ल पक्ष में अन्नूकूट पर्व पर दोपहर 12:15 मिनट पर पूरे विधि-विधान के साथ बंद किए जाएंगे. उसके बाद 12:30 मिनट पर गंगा जी की डोली अपने शीतकालीन प्रवास मुखबा के लिए रवाना होगी. गंगा जी को डोली मुखबा गांव से 3 किमी पहले मार्कण्डेय में रात्रि विश्राम करेगी. वहीं, अगले दिन 16 नवंबर को गंगा जी की डोली मुखबा गांव पहुंचेगी. जहां पर 6 माह शीतकाल के लिए मां गंगा की डोली विराजमान होगी.


यमुनोत्री धाम के कपाट भी होंगे बंद
गंगोत्री धाम के कपाट 15 नवंबर को बंद होने पर मां गंगा की भोग मूर्ति को उत्सव डोली में बिठाकर सैकड़ों श्रद्धालुओं के साथ मां गंगा अपने मायके मुखीमठ (मुखबा) शीतकाल प्रवास के लिए गंगोत्री से प्रस्थान करेगी. मां गंगा का रात्रि विश्राम देवी मंदिर मुखवा में होगा. 16 नवंबर भैया दूज के दिन मां गंगा अपने मायके मुखीमठ में पहुंचेगी और आगामी 6 माह तक श्रद्धालुओं को यहीं पर दर्शन देंगी. 16 नवंबर को यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होंगे और मां यमुना अपने शीतकाल प्रवास खरसाली में आगामी 6 माह तक निवास करेगी.


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