Uttarakhand Election News: गंगोत्री विधानसभा का मिथक यूपी से लेकर उत्तराखंड बनने से अब तक लगातार जारी है. बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी इस विधानसभा को जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रखा है. विधानसभा चुनाव में पहली बार ऐसा माहौल है कि हर जगह मतदाता समर्थक झूमते नजर आ रहे हैं. उत्तरकाशी की गंगोत्री विधानसभा का अब तक का इतिहास रहा है कि जो भी प्रत्याशी यहां से जीत कर आता है उसी पार्टी की विधानसभा में सरकार बनती है.
क्या कहते हैं आंकड़े?
स्वतंत्रता के बाद से पिछले चुनाव तक जिस भी पार्टी का प्रत्याशी जीत कर आया उसकी सरकार बनी है. सन 1957 के आंकड़ों पर यदि गौर करें तो तत्कालीन 1957 के चुनाव में जयेंद्र निर्विरोध निर्वाचित हुए और कांग्रेस ही सत्तासीन हुई. 1958 में उत्तर प्रदेश की उत्तरकाशी सीट से कांग्रेस के रामचंद्र उनियाल विधायक बने तो राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी. इसके बाद तीन बार कांग्रेस के कृष्ण सिंह विधायक बने तो प्रदेश में तीनों बार कांग्रेस की सरकार बनी. 1974 में उत्तरकाशी विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए घोषित होने पर यहां कांग्रेस नेता बलदेव सिंह आर्य विधायक बने तब भी प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी.आपातकाल के बाद राजनीतिक उथल-पुथल के समय जनता पार्टी अस्तित्व में आई. उस समय जनता पार्टी के बर्फिया लाल जुवाठा चुनाव जीते और प्रदेश में जनता पार्टी की सरकार बनी. मिथक उत्तराखंड बनने तक लगातार बरकरार है.
जानिए इस सीट की पूरी कहानी
1974 में काग्रेंस के बलदेव सिंह आर्य जीते थे और कांग्रेस की सरकार बनी थी.
1977 में जनता पार्टी से बर्फिया लाल जुवांठा जीते थे और जनता पार्टी की सरकार बनी थी.
1980 में कांग्रेस के श्री बलदेव सिंह आर्य जीते और काग्रेंस की सरकार बनी.
1985 में काग्रेंस के श्री बलदेव सिंह आर्य जीते और कांग्रेस की सरकार बनी.
1989 में जनता दल के श्री बर्फियालाल जुवांठा जीते और जनता दल की सरकार बनी.
1991 में बीजेपी के श्री ज्ञान चन्द जीते और बीजेपी की सरकार बनी.
1993 में समाजवादी पार्टी के श्री बर्फियालाल जुवांठा जीते और सपा की सरकार बनी.
1996 में बीजेपी के श्री ज्ञान चन्द जीते और बीजेपी की सरकार बनी.
उत्तराखंड बनने के बाद कौन रहे गंगोत्री विधायक
2002 में कांग्रेस के विजय पाल सजवाण ने जीत दर्ज की थी और कांग्रेस की सरकार बनी थी.
2007 में बीजेपी के गोपाल रावत जीते थे और बीजेपी की सरकार बनी थी
2012 में कांग्रेस के विजयपाल सजवाण जीते थे. 2017 में बीजेपी के स्व गोपाल रावत जीते थे.
ये भी पढ़ें-