कानपुर, एबीपी गंगा। हैदराबाद रेप कांड को लेकर भले ही पूरे देश में आंदोलन और विरोध प्रदर्शन हो रहे हों, लोकसभा में सांसद कड़े कानून की मांग कर रहे हो लेकिन हमारी पुलिस इतनी बेशर्म है कि रेप पीड़िताओं के साथ उसका ढुलमुल रवैया अभी तक कायम है। ताजा मामला कानपुर में का है जहां एक चौदह वर्षीय छात्रा के साथ तीन लड़कों ने डाक्टर की क्लीनिक में गैंग रेप किया लेकिन पुलिस उसकी एफआईआर लिखने की जगह उससे समझौते का दबाव बनाती रही। किसी तरह जब ये मामला मीडिया की जानकारी में आया तो अधिकारियों ने एक्शन लेकर पीड़ित छात्रा की शिकायत दर्ज कर कार्यवाही शुरू की। लेकिन हैरानी देखिये छात्रा गैंग रेप का खुला आरोप लगा रही है लेकिन पुलिस है कि अभी भी मुख्य आरोपी को हिरासत में लेकर कई दिन पुराना मामला बताकर मुख्य आरोपी से अभी सिर्फ पूछताछ तक ही सीमित है।


कानपुर के विधनू इलाके के एक गांव की रहने वाली चौदह वर्षीय पीड़ित छात्रा मंगलवार शाम सात बजे अपने परिवार के साथ गैंग रेप की एफआईआर कराने एसएसपी कानपुर के बंगले पहुंची थी। एसएसपी लखनऊ मीटिंग में गए थे इसलिए ये बंगले के बाहर खडे थे तभी मीडिया की नजर इन पर पड़ गई। मीडिया के बात करने पर पीड़ित छात्रा ने गैंगरेप और पुलिस की ढिलाई का खुलासा कर दिया। छात्रा ने बताया की वह दसवीं की छात्रा है, 22 नवंबर को वह स्कूल जा रही थी, तभी रास्ते में राज नाम के लड़के ने जबरदस्ती अपनी कार में बैठा लिया। उसके बाद एक डाक्टर संजू की क्लीनिक में ले गया। जहां डॉक्टर ने जबरन सूई लगाकर बेहोश कर दिया, उसके बाद राज, संजू और एक अन्य युवक ने मेरे साथ गैंगरेप किया। इसके बाद राज ने ही छात्रा की मां को यह सूचना दी कि छात्रा हॉस्पिटल में बीमार पड़ी है। छात्रा की मां का कहना है कि मेरे पति बाहर थे, जब वे आये तो मैं चौकी गई शिकायत लिखाने, मुझे थाना चौकी नहीं मालूम थी चौकी में दरोगा जी ने डायरी में लिखा फिर थाने गई तो उन्होंने चौकी भेज दिया रिपोर्ट नहीं लिखी। फिर कल रात को दरोगा जी आये बोले मुआवजा ले लो कुछ न करो।

इस मामले में बिधनू पुलिस दो दिन से मामला दबाने में लगी रही। आखिर मंगलवार को देर शाम जब पीड़िता एसएसपी आवास पहुंची तो मीडिया को भनक लग गई। मीडिया के दबाव में पुलिस ने पीड़िता की शिकायत लेकर जांच तो शुरू कर दी लेकिन मामला कई दिन पुराना दिखाकर अभी भी जांच के बाद कार्रवाई का रास्ता निकालने में जुट गई है। यानी रेप पीड़िता नबालिग गैंगरेप का आरोप लगा रही है लेकिन पुलिस है कि सख्त कार्रवाई की जगह मामला समझौते और ठंडा करने में लगी है।