प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में क़ानून की पढ़ाई कर रही छात्रा के साथ गैंग रेप करने के आरोप में पिछले कई महीने से जेल में बंद बीजेपी नेता डा० श्याम प्रकाश द्विवेदी पर एक और सनसनीखेज आरोप लगा है. पीड़ित छात्रा ने बीजेपी नेता और उसके परिवार पर अपने भाई की हत्या का आरोप लगाते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगाई है. छात्रा का आरोप है कि बीजेपी नेता ने जेल से साजिश रचकर महाराष्ट्र के पुणे में उसके भाई की हत्या करा दी और घटना को एक्सीडेंट बताकर मामले में लीपापोती करा दी. पीड़िता और उसके परिवार ने अब अपनी जान का भी खतरा बताते हुए अपनी सुरक्षा और मजबूत किये जाने की गुहार लगाई है. आरोप यह भी है कि, मामले में सत्ता पक्ष के रसूखदार नेता का नाम शामिल होने की वजह से प्रयागराज से लेकर पुणे तक का सरकारी अमला उनकी शिकायतों और गुहार को नज़रअंदाज़ कर रहा है. कोई भी उनके साथ इंसाफ करने को तैयार नहीं है. पीड़ित परिवार ने अपनी फ़रियाद सुनाने के लिए अब सीएम योगी आदित्यनाथ से समय देने की अपील की है.


जमीन बिकवाने के बहाने छात्रा से किया रेप


गौरतलब है कि, प्रयागराज में कानून की पढ़ाई कर रही एक छात्रा ने पिछले साल सितम्बर महीने में बीजेपी नेता डा० श्याम प्रकाश द्विवेदी और उसके डाक्टर दोस्त अनिल द्विवेदी पर अपने साथ गैंगरेप किये जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. आरोप था कि बीजेपी नेता और उसका दोस्त एक ज़मीन बिकवाने के बहाने छात्रा से मिले थे. दोनों ने पहले उसके गैंग रेप किया और उसके बाद ब्लैकमेल करते हुए करीब साल भर तक उसका यौन शोषण करते रहे. छात्रा का आरोप था कि, बीजेपी नेता अक्सर उसे अपने होटल बुलाता था और वहीं उसके साथ मनमानी की जाती थी. परिवार की इज्जत और मुंह खोलने पर अंजाम भुगतने की धमकी से डर की वजह से वह दरिंदगी का शिकार होने के बावजूद मुंह बंद रखने को मजबूर थी. पीड़ित छात्रा उन दिनों बीए की पढ़ाई कर रही थी. बहरहाल, छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी बीजेपी नेता डा० श्याम प्रकाश द्विवेदी और उसके डाक्टर दोस्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. दोनों अब भी जेल में ही हैं.


इस बीच अठारह फरवरी को पीड़िता के बड़े भाई की महाराष्ट्र के पुणे में ट्रक से कुचलकर मौत हो गई. हादसे के वक़्त पीड़िता का भाई बाइक चला रहा था. हादसा इतना ज़बरदस्त था कि अस्पताल ले जाए जाने से पहले उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया था. पीड़िता और उसके परिवार का साफ़ आरोप है कि यह हादसा नहीं बल्कि हत्या है. आरोप है कि बीजेपी नेता श्याम द्विवेदी ने जेल से साजिश रचकर उसके भाई की हत्या करा दी और इसे सड़क हादसे का नाम दे दिया गया. परिवार का कहना है कि बाइक में खरोंच तक नहीं आई थी. इसके अलावा हादसा रेड लाइट चौराहे के ठीक नजदीक हुई. ऐसी जगहों पर कोई भी वाहन तेज़ कतई तेज रफ़्तार में नहीं चलते हैं. पुणे में कोई पैरोकार नहीं होने की वजह से अंतिम संस्कार वहीं करने के बाद परिवार प्रयागराज वापस आ गया था.


केस वापस लेने के लिये बना रहे हैं दबाव


पीड़िता और उसके परिवार का यह भी आरोप है कि बीजेपी नेता के करीबी अब भी उन्हें धमकी देते हैं. केस वापस नहीं लेने पर जान से मारने की धमकी दी जाती है. घर से बाहर निकलने पर उनका पीछा किया जाता है. पूरे परिवार को बाहर निकलने में डर लगता है. उन्हें इस बात की आशंका है कि उनका अंजाम भी भाई जैसे हो सकता है. कोई साजिश रचकर उन्हें मौत के घाट उतारा जा सकता है. परिवार का आरोप है कि सरकारी अमले ने महज़ खानापूरी के लिए उन्हें दो गार्ड मुहैया करा दिए हैं, लेकिन उनके साथ कहीं इन्साफ नहीं हो रहा है. अधिकारी बीजेपी नेता के दबाव में हैं और वह उनकी मदद करने को तैयार नहीं हैं. उन्हें अब सिर्फ सीएम योगी से ही इंसाफ मिलने की उम्मीद है. वह सीएम से मुलाक़ात के लिए वक़्त मांग रही हैं और अपनी पीड़ा उन्ही से बयां कर उनसे कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगी.


इस मामले में सरकारी अमले के ज़िम्मेदार लोग कैमरे पर कुछ भी बोलने से इंकार करते रहे लेकिन उन्होंने यह ज़रूर कहा कि शिकायत पर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. मामले में सख्त कार्रवाई की जा रही है. पीड़ित परिवार की सुरक्षा में दो सरकारी गनर लगाए गए हैं. पीड़िता की सुरक्षा के मद्देनज़र एक महिला गार्ड को रखा गया है. उनकी किसी भी शिकायत को कतई अनसुना नहीं किया जा रहा है. मामला अब कोर्ट में हैं और कोर्ट ही सही गलत व सज़ा को तय करेगा.


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