Rampur News: उत्तर प्रदेश (UP) में रामपुर के सैफनी थाना क्षेत्र में डकैती और गैंगरेप की घटना से हड़कंप मच गया है. देर रात घर में घुसकर तीन बदमाशों ने दिव्यांग शख्स को बंधक बनाकर उसकी पत्नी और 12 साल की नाबालिग बेटी के साथ रेप किया. घटना के बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल की. एसपी अशोक कुमार शुक्ला भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया. पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है.
पीड़िता ने बताया पुलिस कार्रवाई कर रही है. इंसाफ मिलने का भरोसा है और योगी सरकार से फरियाद लगाते हुए आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है. पीड़िता के अनुसार, "तीन लोग हथियार के साथ घर में घुस आए. हम लोगों को बांधकर मारा, जो पैसे थे, वह ले गए, हमारे साथ बहुत बदतमीजी की. हम चाहते हैं कि उन लोगों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. पुलिस हमारे साथ हैं कार्रवाई कर रही है."
आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग
पीड़िता ने भरोसा जताया कि पुलिस की कार्रवाई से लगता है कि हमें इंसाफ मिलेगा. एक आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है और दो बाकी बचे हैं. उम्मीद है जल्द ही गिरफ्तार हो जाएंगे. सीएम योगी से बहुत उम्मीद है और हमें इंसाफ जरूर मिलेगा. पीड़िता ने आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की. पीड़िता ने बताया, "घटना के समय हम लोग घर के आंगन में बाहर सो रहे थे. हमारे पति विकलांग हैं. मजबूरी थी कि वह कुछ नहीं कर पाए, उनको पीछे हाथ करके बांध दिया था."
महिला ने बताया कि उसका पति बीड़ी-माचिस बेचते हैं, 4 बच्चे हैं. उसी से अपना गुजारा करते हैं. पीड़िता ने कहा मेरे और मेरी नाबालिग बच्ची के साथ इन दरिंदों ने गलत से गलत काम किया है, उन्हें सख्त से सख्त सजा मिले. इन्हें ऐसी कड़ी सजा मिलनी चाहिए कि तुरंत फांसी हो. योगी सरकार पर भरोसा करती हूं कि जल्द से जल्द मुझे न्याय मिलेगा.
एसपी ने की पीड़ित से बात
वहीं पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला ने बताया कि बिलारी रोड पर रहने वाले एक शख्स ने सूचना दी कि उनके यहां कुछ चोर आ गए हैं, हाथ पैर बांध दिए हैं, सैमसंग का मोबाइल और 5000 रुपये ले गए हैं. सूचना पर पुलिस पहुंची और जांच-पड़ताल की. उनकी एफआईआर दर्ज की. बाद में उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी से रेप भी हुआ. बेटी सो रही थी, उससे भी रेप हुआ तो घटना का नेचर थोड़ा सा बदला. मुझे सूचना मिली तो यह तो बहुत बड़ी बात हो गई कि रेप हुआ. मैंने तुरंत मौके पर जाकर देखा और पीड़ित से बात की.
एसपी ने बताया कि पीड़ित से बात की तो उनका कहना था कि जो उस वक्त मैंने जो देखा था बता दिया. मुझे याद नहीं आया यह रेप की बात को लिखवाना.उन्होंने एक आदमी का नाम भी खोला कि उसने रेप किया है. उन्होंने कहा है कि उनकी पत्नी और बेटी के साथ तीन लोग आए थे और उसने उनके नाम भी बताएं कि रेप किया, कुछ दिन पहले उनका उन्हीं से झगड़ा भी हुआ था. बीते 17 तारीख को कैफ नाम के व्यक्ति से उनका झगड़ा हुआ था. वे कुछ आपत्तिजनक सामान हमारे बेटे से मांग रहे थे. बेटा हमारी मां से पूछा कि सामान दे दूं तो मां ने डांटा के समान क्यों मांग रहे हो, यह सब जांच का विषय है. 17 तारीख को इनकी कैफ से लड़ाई हुई थी और अब इनका कहना यह है कि एक कैफ था और 2 लोग और थे, सामान भी ले गए और रेप भी किया.
'बिना तस्दीक किए जेल भेजना ठीक नहीं'
अशोक कुमार शुक्ला ने कहा कि जैसा यह बता रहे हैं, वैसी ही धाराएं लगाई हैं. इस मामले में पत्नी और बेटी का मेडिकल परीक्षण करा रहे हैं और कैफ को भी बुलाया है. डाउट इस बात का है कि पहले एफआईआर कुछ दे रहे हो बाद में कुछ बता रहे हो. घटना बड़ी है. बिना तस्दीक किए किसी को इस तरह से जेल भेजना भी ठीक नहीं है. हमें हल्का सा डाउट है, हम उसे पहले वेरीफाई करेंगे और सबूत इकठ्ठा करेंगे और एक्चुअल घटना क्या है उसके मुताबिक कार्रवाई करेंगे.
एसपी ने कहा कि अगला व्यक्ति जो कह रहा है, उसको मानना भी हमारी वैधानिक जिम्मेदारी है. घटना को हम रेप में कन्वर्ट कर रहे हैं. कैफ का इन्होंने नाम लिया और वह मिल गया. थोड़ा सा डाउट हो रहा है कि कोई इतनी बड़ी घटना करके आ रहा है तो घर पर कैसे सोएगा. पीड़ित का जो मुकदमा दर्ज था, वह भी दर्ज है उसके बाद जो पीड़ित ने बढ़ाकर बताया था वह भी दर्ज है. कार्रवाई हम पूरी करेंगे, वेरीफाई पूरा करेंगे, साक्ष्य मिलने के बाद ही कोई कार्रवाई करेंगे.
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