Gangster Anil Dujana: यूपी एसटीएफ (UP STF) अपराधियों और माफियाओं पर कहर बनकर टूट रही है. असद अहमद के एनकाउंटर के बाद एसटीएफ को एक और बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. मेरठ में गैंगस्टर अनिल दुजाना एनकाउंटर में ढेर हो गया है. अनिल दुजाना यूपी के टॉप माफियाओं की लिस्ट में शामिल था.


बता दें कि गाजियाबाद के बादलपुर का रहने वाला अनिल दुजाना उर्फ अनिल नागर एनकाउंटर में मारा गया है. मेरठ में एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में अनिल दुजाना की मौत हुई. दुजाना पर यूपी समेत अन्य राज्यों में लगभग 50 हत्या, रंगदारी, फिरौती आदि के केस दर्ज हैं. ​​​​​​​बादलपुर का दुजाना गांव कभी कुख्यात सुंदर नागर उर्फ सुंदर डाकू के नाम से जाना जाता था. 


2002 में अनिल दुजाना पर पहला मुकदमा दर्ज हुआ था
70 और 80 के दशक में सुंदर का दिल्ली-एनसीआर में खौफ था. उसने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तक को जान से मारने की धमकी दे दी थी. इसी दुजाना गांव का है अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना. पुलिस रिकॉर्ड में 2002 में गाजियाबाद के कवि नगर थाने में इसके खिलाफ हरबीर पहलवान की हत्या का पहला मुकदमा दर्ज हुआ.


गैंगस्टर अनिल दुजाना यूपी STF के एनकाउंटर में ढेर, जेल से जमानत पर आया था बाहर


बता दें कि बीते महीने उत्तर प्रदेश सरकार ने जानकारी दी थी कि पिछले छह सालों में राज्य में पुलिस और अपराधियों के बीच 9,434 से ज्यादा मुठभेड़ें हुई हैं, जिसमें 183 अपराधी जान से मारे गए हैं. 5,046 अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. आधिकारिक आंकड़ों में यह भी कहा गया है कि पिछले छह सालों में इस तरह के अभियानों के दौरान 13 पुलिसकर्मी शहीद हुए और 1,443 पुलिसकर्मी घायल हुए. मालूम हो कि योगी आदित्यनाथ ने उमेश पाल की हत्या के बाद सदन में ये कहा था कि माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे. इसके बाद से उनके बयान की खूब चर्चा हुई थी.