Chamoli News: उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी, जो वर्तमान में पौड़ी जिला कारागार में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है, को चमोली जिला कारागार में स्थानांतरित किया जा रहा है. सुरक्षा और अनुशासन के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है. मेरठ जेल में कुख्यात गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी की हत्या के कारण चर्चा में आए राठी को चमोली जेल भेजने के लिए विशेष तैयारी की गई है.


पौड़ी जिला जेल में सुनील राठी की संदिग्ध गतिविधियों और संभावित सुरक्षा खतरे को ध्यान में रखते हुए जेल प्रशासन ने उसे चमोली जिला कारागार शिफ्ट करने का निर्णय लिया है. चमोली जेल अपनी कड़ी सुरक्षा और सुविधाओं की सीमित उपलब्धता के कारण कुख्यात अपराधियों के लिए अनुकूल नहीं मानी जाती है. यहां उनके बाहरी संपर्क सीमित रहते हैं, जिससे जेल प्रशासन को अनुशासन बनाए रखने में आसानी होती है.


चमोली जेल में तन्हाई बैरक की व्यवस्था है, जहां कुख्यात अपराधियों को रखा जाता है. वर्तमान में यह बैरक खाली है. इससे पहले इस जेल में वनंतरा प्रकरण के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य को भी रखा गया था, जिसे जेल अधिकारियों से मारपीट के बाद अल्मोड़ा जेल भेजा गया था. जेल प्रशासन ने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दो डिप्टी जेलर रैंक के अधिकारियों, हिमांशु जोशी और तनिशा राजौरी, को चमोली जेल में तैनात किया है. यह कदम जेल में सुरक्षा और प्रशासन को मजबूत बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है.


चमोली ले जाने के लिए जेल प्रशासन ने अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की
सुनील राठी का नाम मेरठ जेल में हुए कुख्यात गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद सुर्खियों में आया था. उसने जेल के अंदर ही गोली मारकर मुन्ना बजरंगी की हत्या की थी, जिसके बाद से वह उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में एक कुख्यात अपराधी के रूप में जाना जाने लगा. जेल प्रशासन ने सुनील राठी को पौड़ी से चमोली ले जाने के लिए पौड़ी पुलिस से अतिरिक्त सुरक्षा बल की मांग की है. डीआईजी जेल धनी राम मौर्य ने बताया कि पुलिस बल की तैनाती के बाद राठी को चमोली जेल में स्थानांतरित कर दिया जाएगा. यह प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए की जाएगी.


चमोली जेल कुख्यात अपराधियों के लिए अनुशासन और सुरक्षा का आदर्श स्थान मानी जाती है. यहां बाहरी संपर्क सीमित होने और कड़ी निगरानी के चलते अपराधियों की गतिविधियों को नियंत्रित करना आसान होता है. प्रशासन ने बताया कि राठी को तन्हाई बैरक में रखा जाएगा, जिससे उसकी अन्य कैदियों के साथ बातचीत या बाहरी संपर्क लगभग नामुमकिन हो जाएगा.


चमोली जेल में तैनात नए डिप्टी जेलर अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि सुरक्षा और अनुशासन में कोई कमी न हो. राठी के स्थानांतरण के बाद जेल प्रशासन पूरी सतर्कता बरतेगा ताकि किसी भी प्रकार की अवांछित घटना से बचा जा सके. सुनील राठी का चमोली जेल में स्थानांतरण उत्तराखंड के जेल प्रशासन की सुरक्षा और अनुशासन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है. यह कदम जेलों में कुख्यात अपराधियों के बढ़ते प्रभाव को रोकने और व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में एक बड़ा निर्णय माना जा रहा है.


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