कानपुर. देशभर में आज विश्व गौरैया दिवस मनाया जा रहा है. तेजी से विलुप्त होती गौरैया के संरक्षण के लिए साल 2010 में पहली बार ये दिवस मनाया गया था. देश में कई शहरों में इस पक्षी को बचाने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं. यूपी के कानपुर जिले में भी पिछले सात सालों से 'गौरैया बचाओ अभियान' चलाया जा रहा है. कानपुर के युवा गौरव बाजपेयी ने इस अभियान को 2014 में शुरू किया था. उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि गौरैया की संख्या में इजाफा हुआ है.


गौरेया के लिए बनवाए घर
गौरव ने गौरैया के लिए कई घर बनवाए हैं. अभियान के तहत वो गौरैया के लिए शेल्टर बनवाते हैं और उसमें भोजन और पानी की व्यवस्था करते हैं.





गौरव बाजपेयी का दावा है कि पिछले सात सालों में गौरैया की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. गौरव कहते हैं कि इस दौरान 70 से 80 हजार गौरैया बढ़ी हैं.


गौरैया से जुड़े रोचक तथ्य
गौरैया का वैज्ञानिक नाम पासर डोमेस्टिकस और सामान्य नाम हाउस स्पैरो है. इसकी ऊंचाई 16 सेंटीमीटर और विंगस्पैन 21 सेंटीमीटर होते हैं. गौरैया का वजन 25 से 40 ग्राम होता है. गौरैया अनाज और कीड़े खाकर जीवनयापन करती है. शहरों की तुलना में गांवों में रहना इसे ज्यादा पसंद है.


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