Gaurav Chandel Murder Case: कार के बाद मोबाइल बरामद, हत्या की गु्त्थी उलझी; हत्यारे अब भी पकड़ से दूर
Gaurav Chandel Murder Case में गाजियाबाद पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। गौरव की कार के बाद अब उनका मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है। हालांकि, जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है गौरव की हत्या की गु्त्थी उलझती जा रही है। हत्यारे अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
नोएडा, ग्रेनो, एबीपी गंगा। गौरव चंदेल हत्याकांड मामले की गुथी उलझती ही जा रही है। उनकी मौत अब गौतमबुद्ध नगर पुलिस के लिए पहेली बन गई है। हालांकि, उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस को शुक्रवार को बड़ी सफलता हाथ लगी है। गौरव चंदेल की कार के बाद अब पुलिस ने उनका मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है। संभावना जताई जा रही है कि गौरव के मोबाइल फोन से उनकी हत्या से जुड़े अहम सबूत हासिल हो सकते हैं।
जानकारी के मुबातिक, गौरव की हत्या के बाद हत्यारों ने उनका फोन मौका-ए-वारदात के आसपास फेंक दिया था। एक राहगीर साइकिल सवार ने उसे वहां से उठआ लिया था। एसटीएफ ने मोबाइल को ट्रैक कर उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही, मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है। जब एसटीएफ ने उससे कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने मोबाइल कैसे मिला इसके बारे में बताया। पूछताछ के दौरान उसके गौरव चंदेल हत्याकांड में शामिल होने की कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
इससे पहले 14 जनवरी की रात को गाजियाबाद के मसूरी स्थित आकाश नगर से गौरव चंदेल की कार लावारिस अवस्था में बरामद हुई थी। हत्यारे कार को लॉक करके फरार हो गए थे। लावारिश कार की सूचना एक सेवानिवृत्त सिपाही ने गाजियाबाद पुलिस को दी थी। जिसके बाद नोएडा पुलिस कार को फेस-3 थाने ले आई। कुछ और सुबूत जुटाने के लिए पुलिस ने फॉरेंसिक टीम से भी जांच कराई है।
हालांकि, नोएडा पुलिस के लिए गौरव चंदेल की हत्या और हत्या की वजह पहेली बन गई हैं, क्योंकि पुलिस गौरव चंदेल की हत्या की वजह लूट के विरोध में मान रही थी, लेकिन बदमाश खुद लूट का मोबाइल तोड़कर फेंक गए हैं। गौरव की गाड़ी 9 दिन बाद गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र के आकाश नगर में छोड़ गए । ऐसे मे सवाल उठता है कि जब लूट के समान की जरूरत बदमाशों को नहीं थी, तो उन्होंने गौरव की हत्या क्यों की। गौरव चंदेल की हत्या पुरानी रंजिश या लूट का विरोध या फिर कोई और कहानी तो नहीं। इसपर पुलिस तफ्तीश से जांच करने में जुटी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गौरव चंदेल को गोली कार के अंदर नहीं बल्कि बार निकालकर मारी गई थी, क्योंकि कार के अंद खून का कोई भी धब्बा नहीं मिला है।
इस बीच पुलिस ने हत्याकांड के खुलासे के लिए 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले हैं। पुलिस को शक है कि इस वारदात में गाजियाबाद के किसी पुराने गैंग का हाथ हो सकता है। उनका शव मिर्ची गैंग पर जा रहा है। इस गैंग का सरगना आशु हत्या और लूट की कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। इस बीच पुलिस ने कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर रही है।
गौरतलब है कि 6 जनवरी को गुरुग्राम (हरियाणा) स्थित एक मल्टीनेशनल कंपनी में रीजनल मैनेजर गौरव चंदेल अपनी कार सहित रहस्मयी तरीके से गायब हो गए थे। अगले दिन उनकी लाश बरामद हुई। दफ्तर से वापस लौटते वक्त उनके साथ ये हादसा हुआ। हालांकि, अबतक पुलिस हत्यारों तक नहीं पहुंच सकी है। पीड़ित परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
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