Gaurikund Landslide: गौरीकुंड में अतिक्रमणकारियों पर चला प्रशासन का बुलडोजर, कई अस्थाई दुकानों को किया ध्वस्त
Gaurikund News: केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड (Gaurikund) में 23 लोगों की मौत की मौत ने रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) प्रशासन की नींद तोड़ दी है. अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई.
Uttarakhand News: केदारनाथ यात्रा Kedarnath Yatra) के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड (Gaurikund) में हुई त्रासदी के बाद प्रशासन जाग गया है. सड़क किनारे अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई. बुलडोजर चलाकर कई ढाबों और होटलों को जमींदोज कर दिया गया. अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन की आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी. कई दुकानों से सामान खाली करवाया गया है. बता दें कि गौरीकुंड त्रास्दी में 23 लोगों की जान चली गई थी. सोनप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग 2013 की आपदा के बाद से बेहद संकरा हो गया है. बामुश्किल एक बार में एक वाहन की आवाजाही हो पाती है.
अतिक्रमण के खिलाफ चला बुलडोजर
ऊपर से सड़क किनारे बेहद खतरनाक स्थानों पर बनाए गए ढाबों की वजह से जाम की स्थिति बनी रहती है. गौरीकुंड त्रासदी में भेंट चढ़ीं दुकानें बेहद ही डेंजर जोन पर बनाई गई थी. भूस्खलन होने की दिशा में बचने के कोई चांस नहीं थे. आपदा के बाद प्रशासन की नींद टूटी है. सड़क किनारे खतरनाक स्थानों पर बनाई गई 10 से 15 दुकानों को प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया है. कार्रवाई की चपेट में आई दुकानें मंदाकिनी नदी के ठीक ऊपर बेहद डेंजर जोन पर अतिक्रमण करके बनाई गई थीं. आस-पास के क्षेत्रों में दुकान मालिकों को सामान खाली करने के निर्देश दिए गए हैं. दुकानें खाली होने के बाद बुलडोजर की कार्रवाई की जाएगी. अभी लगभग 20 अन्य दुकानों को ध्वस्त करने की लिस्ट बनाई गई है.
गौरीकुंड त्रासदी के बाद जागा प्रशासन
हटाए गए अस्थाई ढाबों के मालिकों ने सूचना दिए बिना कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि ढाबे से सामान हटाने का भी मौका नहीं दिया गया. बुलडोजर की चपेट में आकर लाखों रुपए का सामान बर्बाद हो गया. अब उनके सामने परिवार का पेट पालने की मजबूरी आ गई है. दुकान से सामान खाली कर रहे मालिकों का कहना है कि आखिर कहां जाएंगे. ऊखीमठ एसडीएम जितेंद्र वर्मा ने कहा कि अतिक्रमण के खिलाफ शुरू की गई कार्रवाई से पहले सामान हटाने को कहा गया था. यात्रा शुरू होने से पहले भी चेतावनी के बावजूद अतिक्रमण नहीं हटाया गया. उन्होंने कहा कि सड़क किनारे की डेंजर जोनों पर अतिक्रमण कर बनाई गई दुकानों को भी हटाया जाना है.