Gaurikund Landslide News: गौरीकुंड में हुए हादसे को लेकर वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रिद्धिम अग्रवाल ने बयान जारी करते हुए कहा कि जो सूचना उन्हें प्राप्त हुई है उसके तहत एक टेंट में लगभग आठ नेपाली मूल के लोग रह रहे थे जो आपदा में लापता बताए जा रहे हैं. इसके साथ ही कुछ लोग उत्तर प्रदेश के भी बताए जा रहे हैं जो लापता हैं. एनडीआरएफ-एसडीआरएफ जेल पुलिस और लोकल पुलिस के साथ ही प्रशासन के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं.
उन्होंने आगे बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण मलवा हटाने में काफी दिक्कतें आ रही हैं. इसलिए यह सटीक जानकारी नहीं मिल पा रही है कि लोग मलबे के नीचे दबे हैं या फिर नदी में बह गए. उन्होंने कहा कि नदी का बहाव तेज होने के कारण एसडीआरएफ की दो टीमें लगातार सर्च ऑपरेशन चलाए हुए हैं और साथियों ड्रोन से भी मॉनिटरिंग की जा रही है. उत्तराखंड में बारिश आफत बनकर बरसी है.
उत्तराखंड के गौरीकुंड में देर रात हुई तेज बारिश से मलवा आ जाने के कारण तीन से चार दुकाने बह गईं, जिनमें से एक परिवार वहां टेंट लगाकर के रह रहा था जो कि नेपाली परिवार था. जिसमें 8 लोग थे वह लोग भी लापता हैं तथा 2 से 3 लोग उत्तर प्रदेश के बताए जा रहे हैं जो लापता है फिलहाल इनकी खोज की जा रही है. वहीं मुख्यमंत्री के निर्देशों को लेकर उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के तहत नदियों के किनारों पर सर्च ऑपरेशन तेजी से चलाया जा रहा है. जिसके तहत ऋषिकेश से फ्लड रेस्क्यू ऑपरेशन की टीम को ऊपर की ओर बुलाया गया है और अंडर वाटर सोलर सिस्टम को भी इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि लापता लोगों का पता लगाया जा सके.
उत्तराखंड में बारिश आफत बनकर बरसी है और लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त है. प्रदेश की कई सड़के अभी भी बंद है तो कई जगहों पर पहाड़ दरकरहे हैं. कुछ जगहों पर लैंडस्लाइड हुई है जिस कारण रास्ते बंद है. वहीं रुद्रप्रयाग के गौरीकुंड में हुए इस हादसे से पूरा उत्तराखंड सहमा हुआ है. फिलहाल इस पूरे मामले में शासन तेजी से कार्य कर रहा है और कोशिश की जा रही है कि जल्द से जल्द लापता लोगों का कोई सुराग लग सके. इसके लिए खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री आपदा प्रबंधन निदेशालय में अधिकारियों के साथ बैठक कर नजर बनाए हुए हैं. वहीं एसडीआरएफ और एनडीआरएफ लापता लोगों की खोज कर रहा है.