Moradabad News: मुरादाबाद मंडल महाभारत काल से भी पुराना प्राचीन आर्यों तक का इतिहास समेटे हुए है, देश के पहले मंडलीय गजेटियर में ऋषि कण्व से लेकर तूती बेगम और सुल्ताना डाकू के तक के बारे में पहली बार जानकारी मिली है. हकीकत में सुलताना डाकू नहीं अंग्रेजों के ख़िलाफ़ जनजातीय विद्रोही था और तूती बेग़म कोई नृत्यांगना तवायफ़ नहीं बल्किरामपुर नवाब की पत्नी  थीं. जो साहित्य, संगीत और नृत्य की बड़ी अध्यता थीं. मंडलायुक्त मुरादाबाद द्वारा तैयार कराये गए देश के पहले मंडलीय गजेटियर का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 02 सितंबर को विमोचन किया था. आज हिंदी दिवस के अवसर पर यह गजेटियर जनता के लिए जारी हुआ.


देश के पहले मंडलीय गजेटियर को तैयार करने वाले सीनियर आई ए एस और मुरादाबाद के मण्डल आयुक्त आञ्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि हमारे मुरादाबाद मंडल का गजेटियर महाभारत काल से भी पुराना प्राचीन आर्यों तक का इतिहास समेटे हुए है. इसमे दुष्यत और शकुंतला जिस जगह ऋषि कण्व के आश्रम में मिले थे. वह बिजनौर जनपद के मंडावर में माला नदी के किनारे मिला है. चक्रवर्ती सम्राट भारत की धरती वह जहां पैदा हुए उसे विदुर की धरती के रूप में लोग जानते ही हैं. पृथवीराज चौहान का संभल का जो संबंध है जिसे इतिहासकार ज़्यादा नहीं मानते हैं लेकिन पृथवीराज चौहान की उपस्थित का प्रमाण हमें मिला है.


'गजेटियर को तथ्यों और साक्ष्यों के आधार पर तैयार किया'
जॉन एलिया यहां पैदा हुए और नवाब रामपुर के समय का जो तूती का मकबरा है उसके बारे में तरह तरह की कहानियां लोग बताते हैं की वह नृत्यांगना तवाफ़ थी लेकिन खोजबीन से पता चला कि वह नवाब रामपुर यूसुफ अली खान की पत्नी थी और वह साहित्य की अध्यता थीं और संगीत और नृत्य में उन्हें बहुत रुचि थी. वह रियाज़ करती होंगी इसलिए लोगो ने उन्हें तवायफ़ या नृत्यांगना बता दिया जबकि वह रामपुर के नवाब यूसुफ अली खान की पत्नी थीं और उनके पुत्र छम्मन खान तानसेन घराने से लेकर रामपुर सहसवान घराने तक को आगे बढ़ाने वाले व्यक्ति थे.यही वजह थी कि रामपुर नवाब की पत्नियों में सिर्फ एक तूती बेगम का ही मकबरा बना और किसी का पत्नी का मकबरा नहीं बना. तूती बेगम के बारे में जो कहानियां अभी तक प्रचलित थीं वह पूरी तरह झूठ साबित हुई हैं.


रामपुर रज़ा लाइब्रेरी में जो नवाब रामपुर के दस्तावेज मौजूद हैं नवाब के निकाह नामों में नवाब यूसुफ अली खान की पत्नी तूती बेगम का निकाह नामा भी मौजूद है जिसमे यह तथ्य मौजूद हैं. ऐसे ही आप जानते होंगे सुल्ताना डाकू को जिन पर बहुत सी फिल्में भी बनी लेकिन हमने सुल्ताना डाकू को जो देखने का नज़रिया निकाला तो वह जनजातीय विद्रोह के रूप में सामने आया तब हमें पता कि अंग्रेजो ने जो जनजातियों के खिलाफ कानून बनाये थे उसका विद्रोह सुल्ताना डाकू ने किया था. इसलिए वह एक जनजातीय विद्रोही हमें दिखाई दिया. मंडलीय गजेटियर को हमने ऐतिहासिक तथ्यों और साक्ष्यों के आधार पर तैयार किया है.


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