वाराणसी: हाई सिक्योरिटी जोन से अगर लाखों का ऐसा सामान चोरी हो जाए जिसे लेकर जाने में दो-चार नहीं बल्कि दस लोगों की जरूरत पड़े तो इसे क्या कहेंगे. बाबा श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर से 15 लाख का सामान चोरी हो गया है और अब इस मामले की जांच की जा रही है. सवाल कई हैं जिनके जवाब मिलने जरूरी हैं.


सेंध लग चुकी है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी के विकास के लिए विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के निर्माण की कवायद शुरू की है. लेकिन, अधिकारी धाम के सामान को सहेज नहीं पा रहे हैं. सेंध लग चुकी है, मंदिर परिसर से लाखों के जर्मन हैंगर जिसे आधुनिक टेंट कहा जा रहा है चोरी हो गए हैं या यूं कहें कि लापता हो गए हैं. लगभग 1500 स्क्वायर फीट के जर्मन हैंगर का गायब होना व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है.


मंदिर परिसर में मचा हड़कंप
बता दें कि, विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की आवक और राहत को आधार बनाकर जर्मन हैंगर खरीदा गया था और इसे विशेष अवसरों पर लगाया जाता था. लेकिन, अचानक इसके लापता होने से मंदिर परिसर में हड़कंप मच गया है. चर्चाओं का दौर जारी है. वाराणसी कमिश्नर की मानें तो दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.


सेंधमारी करने वालों को कौन बचा रहा है
अब बाबा के मंदिर परिसर की सुरक्षा पर गौर करें तो परिसर ग्रीन, यलो और रेड जोन में तब्दील है. सीसीटीवी कैमरों के साथ भारी सुरक्षा का घेरा है. हैंगर गुम हो गया है जिसे लेकर सवाल उठ रहे हैं. जहां परिंदा पर नहीं मार सकता वहां से जर्मन हैंगर कैसे चोरी गए, ये बड़ी साजिश की ओर इशारा है. हैंगर ले जाने वालों की पहचान न होना बड़ा सवाल है. सवाल ये भी है कि आखिर सेंधमारी करने वालों को कौन और क्यों बचा रहा है.


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