UP Politics: गाजियाबाद BJP में मचा घमासान, MLC ने केंद्रीय मंत्री के खिलाफ 4 विधायकों और सांसद का नाम लेकर लगाया साजिश का आरोप
गाजियाबाद (Ghaziabad) बीजेपी (BJP) के खाने मचा घमासान अब खुलकर बाहर आ गया है. एक बीजेपी एमएलसी ने केंद्रीय मंत्री के खिलाफ चार विधायकों और एक राज्यसभा सांसद द्वारा साजिश किए जाने का आरोप लगाया है.
UP News: उत्तर प्रदेश स्थित गाजियाबाद (Ghaziabad) में बीजेपी (BJP) के अंदर खटपट की खबर सामने आई है. इसको लेकर एक लेटर सामने आया है. ये लेटर बीजेपी एमएलसी (MLC) दिनेश चंद्र गोयल (Dinesh Chandra Goyal) ने लिखा है. लेटर सामने आने के बाद अंदर खाने कलह की खबर खुलकर सामने आ गई है. लेटर में एमएलसी ने चार विधायक, एक राज्यसभा सांसद और एक वर्तमान केंद्रीय मंत्री का नाम लिखकर आरोप लगाया है.
गाजियाबाद बीजेपी में अंदर खाने चल रहा घमासान अब खुलकर बाहर आ गया है. इसका एक लेटर भी सामने आया है. ये लेटर एमएलसी दिनेश चंद्र गोयल ने लिखा है. लेटर में गाजियाबाद के राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल, विधायक सुनील शर्मा, विधायक नंद किशोर गुर्जर, विधायक अजीतपाल त्यागी, विधायक अतुल गर्ग और महानगर अध्यक्ष सुनील शर्मा का नाम लिख कर गंभीर आरोप लगाया गया है. इसके अलावा केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह पर भी साजिश का आरोप लगाया है.
साजिश का है आरोप
लेटर में लिखा है कि राज्यसभा सांसद, विधायक और महानगर अध्यक्ष शनिवार को मेरे ऑफिस पहुंचे. इस लेटर में एमएलसी ने सभी साजिश का आरोप लगाया है. लेटर में एमएलसी ने कहा है कि चारों विधायक, राज्यसभा सांसद और महानगर अध्यक्ष केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह के खिलाफ की साजिश कर रहे हैं. ये साजिश 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर हो रही है.
वहीं इसमें एमएलसी ने लिखा है कि मैं इस साजिश में किसी के साथ नहीं हूं. मैं जनरल वीके सिंह साहब के साथ हूं. खास बात ये है कि वीके सिंह वर्तमान में गाजियाबाद से ही सांसद हैं. बता दें कि इससे पहले कानपुर में बीजेपी के अंदर खटपट की खबर सामने आई थी. तब यूपी विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ ही सांसदों ने पत्र लिखा था. तब कानपुर से बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी और सतीश महाना के बीच लेटर वॉर हुआ था.
इसकी शुरुआत जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति यानी दिशा को लेकर हुई थी. इसका कड़ा विरोध कानपुर के सांसद सत्यदेव पचौरी और अकबरपुर लोकसभा से सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने किया था. तब उन्होंने कानपुर की महाराजपुर विधानसभा सीट से विधायक सतीश महाना के एक निर्णय पर सवाल उठा दिया था.