Ghaziabad News Today: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद जिला जज की कोर्ट में मंगलवार (29 अक्टूबर) को सुनवाई के दौरान बवाल हो गया है. जहां एक मामले की सुनवाई के दौरान जज और वकीलों के बीच झड़प हो गई. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बवाल काट रहे वकीलों पर लाठी चार्ज कर खदेड़ दिया.
अब इस मामले में गाजियाबाद कोर्ट के केंद्रीय नाजिर संजीव गुप्ता ने कविनगर पुलिस स्टेशन ने वकीलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. इसमें उन्होंने तीन लोगों जिनमें एडवोकेट नाहर सिंह उनके पुत्र एडवोकेट अभिषेक यादव और एडवोकेट दिनेश यादव समेत 40 से 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है.
तीन लोगों पर नामजद FIR
पुलिस को दी गई तहरीर में बताया गया है कि मंगलवार को सुबह 11.15 बजे एडवोकेट नाहर सिंह ने अपने बेटे और अज्ञात साथियों के साथ कोर्ट परिसर में पत्थरबाजी और आगजनी कर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. इसके अलावा कोर्ट के कामकाज में बाधा पहुंचाई.
इसमें आगे बताया गया है कि इसी दिन सुबह 11.30 बजे से दोपहर एक बजे के बीच एडवोकेट नाहर सिंह, उनके पुत्र एडवोकेट अभिषेक यादव और उनके रिश्तेदार दिनेश याद समेत 40 से 50 अज्ञात लोगों ने सुनियोजित साजिश के तहत सिविल जज के कमरों समेत कई अन्य के कोर्ट रुम के शीशे की खिड़कियों और डीएएमडी में तोड़ फोड़ की गई.
वकीलों पर कार्य में बाधा पहुंचाने का आरोप
केंद्रीय नाजिर संजीव गुप्ता के जरिये पुलिस में दर्ज एफआईआर में बताया गया है कि उक्त व्यक्तियों की वजह से अलग-अलग न्यायलयों के कामकाज बाधा आई और उन्होंने मौके पर कोर्ट की कुर्सियों और मेज को भी फेंका.
इस दौरान कोर्ट परिसर के फर्स्ट फ्लोर से नीचे उतरते हुए पुलिस चौके के पास लगी डीएफएमडी को क्षतिग्रस्त कर दिया और कई सीसीटीवी को भी नुकसान पहुंचाया गया है, जबकि कोर्ट परिसर में मौजूद पुलिस चौकी में आग लगी दी.
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क्या है पूरा मामला?
मीडिया में छपी खबर के मुताबिक, गाजियाबाद जिला जज के कोर्ट रूम में इस विवाद के बाद पुलिस ने स्थिति संभालने के लिए लाठीचार्ज किया. इससे पहले एडवोकेट नाहर सिंह यादव ने एक व्यक्ति के जमानत की अर्जी दूसरे कोर्ट में ट्रांसफर करने की मांग की थी. इसी बात को लेकर उनकी जिला जल अनिल कुमार से कहासुनी हो गई.
देखते ही देखते यह विवाद इतना बढ़ गया है कि जिला अपनी चेयर से उठकर नीचे आ गए. इस दौरान वकीलों और जज में तीखी नोंक झोंक हुई. मामला तूल पकड़ता देख जज ने फोन करके फौरन मौके पर पीएसी बुला ली. वकीलों का आरोप है कोर्ट रुम में चारों तरफ से बंद करके पीटने से कई वकीलों घायल हो गए हैं.