गाजियाबाद में गोशाला कब्जाने के लिए लगाया गोकशी का आरोप, पुलिस ने दो आरोपी किए गिरफ्तार
UP News: गाजियाबाद में गोशाला कब्जाने के लिए आरोपियों ने उस गौशाला में भैंस का मीट डाल दिया था और गोकशी बताया था. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस ने एक सनसनीखेज घटना का खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जबकि एक महिला समेत तीन आरोपी अभी फरार है. पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों ने गौशाला कब्जाने के लिए उस गौशाला में भैंस का मीट डाल दिया था और गोकशी बताया था. होली से एक दिन पहले इस तरह की वारदात की गई थी जिससे गौशाला का मालिक जेल चला जाए और वह गौशाला को कब्जा कर लें.
गाजियाबाद में डीसीपी सिटी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि थाना सिहानी गेट के लोहियानगर इलाके में नंदकिशोर शर्मा एक गौशाला चलाते हैं. उनके पास में ही अरुण भारद्वाज जो उनके बहनोई लगते हैं, वह भी गौशाला चलाते हैं. दोनों के बीच काफी दिनों से मन मुटाव है. नंदकिशोर शर्मा ने अपनी बेटी छाया शर्मा के साथ मिलकर एक साजिश रची. इस साजिश के तहत इन्होंने अपने दो जानकारों से 8 किलो भैंस का मीट मंगवाया और उसको गौशाला में फेंकवा दिया.
उसके बाद गौ रक्षा दल के अध्यक्ष को फोन करके सूचना दी कि गौशाला में गोकशी हुई है. सारी वारदात 13 तारीख की रात को की गई. पुलिस के मुताबिक 14 तारीख को होली थी इनका प्लान था की होली पर शहर की आबोहवा खराब करें और अरुण को जेल भिजवा दे. जिससे उसे गौशाला पर इनका कब्जा हो जाए.
पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ा, महिला सहित तीन फरार
हालांकि पुलिस ने मैन्युअल इंटेलिजेंस और फॉरेंसिक साइंस की मदद से यह साबित किया कि फेंका गया मांस गाय का नहीं बल्कि भैंस का था. इसके बाद पुलिस ने HCL में काम करने वाले योगेश और डिलीवरी बॉय शिवम को गिरफ्तार किया है. वहीं ऋषभ, नंदकिशोर शर्मा और उनकी बेटी छाया शर्मा फिलहाल फरार है.
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