Ghaziabad News: गाड़ी में छिपाकर स्मैक सप्लाई करने आया था तस्कर गिरोह, क्राइम ब्रांच ने 3 को दबोचा, कई राज्यों में फैला है नेटवर्क
UP News: पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया, बरेली से नशीला पदार्थ लेकर दिल्ली-एनसीआर में डिमांड के अनुसार सप्लाई करने आते थे. पुलिस को शक न हो इसलिए गाड़ियां बदल देते थे.
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में गाजियाबाद क्राइम ब्रांच (Ghaziabad Crime Branch) ने अवैध स्मैक तस्करी करने वाले गिरोह (Illegal Smack Smuggling Gang) के तीन अभियुक्त को गिरफ्तार किया है. ये लोग एसयूवी कार में स्मैक छुपाकर बरेली से गाजियाबाद सप्लाई करने के लिए ला रहे थे. क्राइम ब्रांच ने इनके पास से 750 ग्राम अवैध स्मैक पकड़ी है जिसकी कीमत 1 करोड़ 20 लाख रुपए बताई जा रही है.
सीओ ने क्या बताया
गाजियाबाद क्राइम ब्रांच सीओ अंशु जैन ने बताया कि पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि, बरेली से नशीला पदार्थ लेकर दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में सप्लाई करने आते थे. डिमांड के अनुसार सप्लाई करते थे. पुलिस को शक न हो इसलिए गाड़ियां बदल देते थे. जब नशीला पदार्थ लेकर निकलते थे तो सभी फोन बंद कर दिया करते थे. तय जगह पर सप्लाई के बाद ही फोन को ऑन किया जाता था. कई राज्यों में भी सप्लाई की जाती थी. दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड में भी नेटवर्क जुड़े थे.
छिपाकर लाए थे गाड़ी में
सीओ ने बताया, गाजियाबाद में एक जगह सप्लाई करनी थी इसलिए गाड़ी में छिपाकर माल लाए थे. उससे पहले ही क्राइम ब्रांच ने इन्हें दबोच लिया. इनके कुछ साथी भागने में कामयाब रहे जो दूसरी गाड़ी में मौजूद थे. इस गैंग का मुख्य सरगना आतिक है, गैंग का लीडर मोहम्मद आतिक यह बताता है कि माल को कब और कहां सप्लाई करना है. अभियुक्तों ने बताया कि कम समय में ज्यादा पैसे कमाने का यह सबसे सरल तरीका है इसलिए इस कार्य में यह बहुत दिनों से जुड़े हुए थे.
गैंग का सरगना फरार
सीओ ने आगे बताया, इस गैंग का सरगना मोहम्मद आतीक और सोबी मौका देखकर फरार हो गए. यह एक संगठित गिरोह बनाकर चला रहे थे. ये बरेली के रहने वाले हैं. शातिर अभियुक्त इस गैंग का संचालन करते हैं. पुलिस ने तीन आरोपी तैयब, शहजाद और सैफ को गिरफ्तार कर लिया है. दो अभियुक्त आतिक और सोबी फरार हैं. पुलिस ने इनके पास से 750 ग्राम अवैध स्मैक और एक कार बरामद की है, जिसकी कीमत 1 करोड़ 20 लाख रुपए बताई जा रही है. मामले की कानूनी कार्रवाई जारी है.