गाजियाबाद: ओएचई (ओवरहेड इक्विपमेंट) तार चोरी होने से इस रूट पर जाने वाली नंदा देवी एक्सप्रेस रास्ते में ही खड़ी हो गई लाइन को दोबारा दुरुस्त करने में ढाई घंटे का वक्त लगा घटना देर रात करीब 1:00 बजे की बताई जा रही है जैसे ही अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली उनके होश उड़ गए.
 
ढाई घंटे में जोड़ी गई तार 
चोरों द्वारा गुरुवार को तार काटे जाने के बाद गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से निकली नंदा देवी एक्सप्रेस रास्ते में ही फंस गई थी. ट्रेन की स्टेशन पर वापसी होने के बाद तार को लगभग ढाई घंटे में जोड़ा गया. ओएचई वायर चोरी होने की घटना के बारे में रेलवे के अधिकारी अपूर्व अग्निहोत्री ने जानकारी देते हुए कहा- ओएचई के तार चोरी की सूचना पर आरपीएफ ने मौका मुआयना कर रेलवे संपत्ति चोरी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है. मैनुअल इनपुट और सर्विलांस के जरिए चोरों की पहचान के प्रयास कर रहे हैं.
 
अधिकारियों ने तैयार की ज्वाइंट रिपोर्ट
घटना की सूचना मिलते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया है. बताया जा रहा है ओएचई तार काटे जाने की यह घटना गाजियाबाद-मेरठ सेक्शन पर कोटगांव फाटक से 200 मीटर मेरठ की ओर हुई है, जिसमें मेरठ आरपीएफ ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. विभिन्न विभागों के अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और इस सेक्शन से गुजरने वाली ट्रेनों को प्लेटफार्म तीन व चार और पांच व छह से गुजारने के इंतजाम किया. शुक्रवार की सुबह तक अधिकारी डटे रहे व स्थानीय अधिकारियों ने जांच करके ज्वाइंट रिपोर्ट मेरठ मंडल को भेजी है.


रेलवे पुलिस की मुस्तैदी पर खड़े हुए सवाल
ओएचई (ओवरहेड इक्विपमेंट) तार चोरी होने के बाद  रेलवे पुलिस की मुस्तैदी पर भी सवाल उठे हैं, क्योंकि कोटगांव फाटक के आसपास ट्रेनों में वारदात करने वाले अपराधियों पर नकेल कसने के लिए यहां 24 घंटे सिपाहियों की तैनाती के दावे किए जाते हैं. इसके बावजूद तार चोरी हो गया.