Yati Narsinghanand Saraswati Controversy: गाजियाबाद (Ghaziabad) के डासना देवी मंदिर (Dasna Devi Mandir)के महंत ने एक विशेष समुदाय के खिलाफ बयान दिया जिसके बाद बवाल मच गया है. वही इस विरोध पर डासना देवी के मंदिर पर कुछ असामाजिक तत्व पहुंचें. इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था. वही आज गाजियाबाद यति नरसिंहानंद सरस्वती के समर्थन में हिंदूवादी संगठन का प्रदर्शन किया. गाजियाबाद के पुलिस लाइन में हिंदूवादी संगठनों का जमावड़ा देखने को मिला.
यति नरसिंहानंद सरस्वती के समर्थन में जुटे ये लोग, मंदिर पर हुए हमले को लेकर अपना विरोध जता रहे हैं. साथ ही, पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा है. गाजियाबाद के पुलिस लाइन में आज हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ देखी गई. यह लोग यति नरसिंहानंद सरस्वती के समर्थन में इकठ्ठा हुए हैं, जो हिंदू धर्म से जुड़े मुद्दों पर अपनी स्पष्ट और कड़े विचारों के लिए जाने जाते हैं. इन्होने अपना विरोध जताया.
हिंदू संगठनों ने लगाया प्रशासन पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप
हिंदूवादी संगठनों का आरोप है कि प्रशासन इस हमले को गंभीरता से नहीं ले रहा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है. इसी के चलते आज ये संगठन पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपकर न्याय की मांग करेगा. संगठनों की तरफ से जो प्रतिनिधि मंडल के सदस्य थे उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर से कोई संतोष जनक जवाब नही मिला है.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अगर जल्द ही प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो वे और बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे. इस मुद्दे को लेकर गाजियाबाद में तनाव का माहौल भी बनता नजर आ रहा है. वही 13 अक्टूबर को महापंचायत की बात कही गई है, डासना देवी मंदिर में हिन्दू वादी संगठन एकत्रित होकर महापंचायत करेंगे.
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