गाजियाबाद: नशे की तस्करी में वर्चस्व के लिए प्रेमी-प्रेमिका की हत्या, गिरफ्तार बदमाशों ने खोला राज
Ghaziabad Murder Case: बीते दिनों गाजियाबाद में दो अलग-अलग जगहों पर मिले अज्ञात शव पुलिस के लिए पहेली बने थे. इसके बाद मुठभेड़ में गिरफ्तार तस्करों ने पूछताछ में ऐसा खुलासा किया कि पुलिस दंग रह गई.
Ghaziabad News Today: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में बीते एक युवक और युवती की हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने जांच के बाद सनसनीखेज डबल मर्डर का चौंकाने वाला खुलासा किया है. आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया. मुठभेड़ में आरोपी के पैर में गोली लग गई, जिससे वह घायल हो गया.
पुलिस से बचने के लिए इस वारदात का आरोपी ने बहुत शातिर ढ़ंग से अंजाम दिया था. आरोपी ने दो दोस्तों के साथ मिलकर मृतक को बेहोश कर रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था. जिससे उसकी हत्या को लोग हादसा या आत्महत्या समझें. हत्या का राज खुल न जाए इसलिए आरोपी ने मृतक के प्रेमिका की भी गला दबाकर हत्या कर नहर में फेंक दिया.
रेलवे लाइन पर मिला था शव
गाजियाबाद डीसीपी सीटी राजेश चौरसिया ने बताया कि कोतवाली थाना स्थित घंटा घर के सिविल लाइन चौकी क्षेत्र में रेलवे लाइन पर 15 नवंबर की रात को एक अज्ञात शव मिला था. पुलिस ने शव का पंचनाम कराने के बाद पोस्टमार्टम करवाया था.
पोस्टमार्टम के बाद भी मृतक की शिनाख्त ना होने की वजह से गाजियाबाद पुलिस ने मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया था. मृतक की फोटो देखकर उसके पिता थाना आए थे. जहां उन्होंने मृतक की पहचान बिहार निवासी लाल सिंह के रुप में की थी.
पीड़ित पिता ने लाल सिंह के हत्या की आशंका जताते हुए तीन लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी थी. इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी. तभी पुलिस की अनिल यादव और नईम के साथ मुठभेड़ हो गई, जिसमें अनिल यादव उर्फ लंबू के पैर में गोली लगी है
रंजिश में की गई हत्या
पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस भी चौंक गई. अनिल यादव, नईम, गुड्डू और मृतक लाल सिंह गांजे का कारोबार करते थे. ये सभी उड़ीसा से गांजा लाकर दिल्ली एनसीआर में सप्लाई करते थे, लेकिन पैसे के लेनदेन को लेकर इनमें फूट पड़ गई थी. इसके बाद गुड्डू ने मुखबिरी करके लाल सिंह को नोएडा से जेल भेजवा दिया.
इसके लाल सिंह ने गुड्डू की मुखबिरी कर दी, जिस पर पुलिस ने गुड्डू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसके बाद अनिल यादव, नईम और गुड्डू ने लाल सिंह को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया. 15 नवंबर की रात को आरोपियों ने लाल सिंह को एक लाख रुपये देने के नाम पर नईम के घर पर बुलाया.
नईम का घर रेलवे लाइन से बिल्कुल सटा हुआ है. आरोपियों ने लाल सिंह को नशा कराकर उसे जमकर पीटा. जब लाल सिंह बेहोश हो गया तो उसे रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया. इतना ही नहीं आरोपियों ने दो ट्रेनों को उसके ऊपर से गुजरने तक मौके पर इंतजार किया. इसके बाद तीनों फरार हो गए.
युवती की धमकी से डर गए थे आरोपी
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि अनिल उर्फ लंबू ने मृतक की प्रेमिका प्रियंका को फोन करके लाल सिंह को मिलने के लिए बुलाया था. अनिल ने प्रियंका को बताया कि गुड्डू और नईम ने लाल सिंह की हत्या कर दी है, ऐसे में उसने प्रियंका को अपने साथ रहने का ऑफर दिया.
हालांकि लाल सिंह की प्रेमिका प्रियंका ने आरोपी अनिल उर्फ लंबू की बात मानने से इंकार कर दिया. उसने इसकी जानकारी पुलिस को देने की धमकी दी. यह सुनकर अनिल उर्फ लंबू नाराज हो गया और प्रियंका की हत्या कर उसका शव नहर में फेंक दिया. पुलिस ने डबल मर्डर के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि गुड्डू अभी फरार है.
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