Ghaziabad: Eye Flu के मामलों में तेजी से इजाफा, अस्पताल में बढ़े 80 फीसदी मरीज, प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
Eye Flu Cases in Ghaziabad: गाजियाबाद में आई फ्लू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमण की स्थिति में तुरंत डॉक्टरों से संपर्क करने को कहा है.
Ghaziabad: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में गाजियाबाद (Ghaziabad) सहित कई जिलों में भारी बारिश (Heavy Rain) हुई है. भारी बारिश के कारण हिंडन नदी (Hindon River) में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. बारिश से कारण यहां कई मौसमी बीमारियों का भी प्रकोप बढ़ गया है. बीते कुछ दिनों से यहां आई फ्लू (Eye Flu) के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. गाजियाबाद के जिला एमएमजी अस्पताल (MMG Hospital) में रोजाना 200 से 250 आई फ्लू के मरीज पहुंच रहे हैं. जबकि जिले के संयुक्त अस्पताल के अलावा दूसरे अस्पतालों में आई फ्लू के मरीजों की संख्या हजारों में पहुंच गई है.
आई फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. सरकारी अस्पतालों में नेत्र ओपीडी में रोजाना 80 फीसदी मरीज आई फ्लू के पहुंच रहे हैं. इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से सलाह दिया गया है कि संक्रमित मरीजों से दूरी बना कर रखें. आई फ्लू के मरीजों में बच्चों में संक्रमण के मामले अधिक मिल रहे हैं. आई फ्लू को कंजंक्टिवाइटिस भी कहते हैं, जिसे आमतौर पर 'पिंक आई' के रूप में भी जाना जाता है.
इस वजह से होता है आई फ्लू
आई फ्लू में मरीजों को आंखों में लाली और जलन की समस्या होती है. इस बीमारी को स्थानीय भाषा में आंख आना भी कहते हैं. आई फ्लू के संक्रमण से इलाज और सावधानी से बचा जा सकता है. हालांकि इस बार बारिश के बाद भी ऐसे लक्षण देखने को मिल रहे हैं. मानसून के दौरान कम तापमान और ह्यूमिडिटी की वजह से लोग बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी के कारकों के संपर्क में जल्दी आते हैं. आई फ्लू में आंखों में लालीपन आ जाता है, इसके अलावा आंखों में सूजन, जलन और खुजली के साथ पानी आते हैं और आंखों के आसपास लाल या सफेद दाग हो जाते हैं.
आई फ्लू के बचाव उपाय
- हाथों को नियमित रूप से धोयें.
- रूमाल और कपड़ों को अन्य लोगों से अलग रखें.
- आंख को मसले नहीं और बर्फ से सिकाई करें.
- संक्रमित मरीजों से दूरी बनाए रखें और हाथ न मिलाएं.
- आंखों को छूने से पहले हाथ धोएं.
आई फ्लू को लेकर सीएमएस ने दी ये सलाब
आई फ्लू के बढ़ेत प्रकोप को लेकर जिला एमएमजी अस्पताल के सीएमएस डॉ. मनोज चतुर्वेदी ने बताया प्रतिदिन 200 से 250 मरीज अस्पताल में आ रहे हैं. छोटे बच्चों में यह बीमारी ज्यादा देखने को मिल रही है, क्योंकि अगर घर में या बाहर किसी को ये बीमारी होती है तो बच्चे जल्दी संक्रमित होते हैं. उन्होंने कहा कि इलाज के लिए अस्पताल में पर्याप्त दवाई पलब्ध है. मौसम में बदलवा के कारण इस तरह की बीमारी सामने आती है. 2 से 3 दिन के अंदर ये बीमारी इलाज के बाद ठीक हो जाती है. डॉ. मनोज चतुर्वेदी ने आई फ्लू के लक्षण मिलने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें.
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