गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पुलिस और प्रशासन के लिए सोमवार का दिन काफी गहमागहमी भरा रहा. दरअसल, मधुबन बापूधाम में धरना दे रहे किसानों ने एलान किया था कि वो लोग सोमवार को कलेक्ट्रेट घेर लेंगे. इसी को लेकर गाजियाबाद पुलिस प्रशासन के हाथ पैर फूले हुए थे. किसानों को मनाने की जिम्मेदारी गाजियाबाद के एडीएम सिटी शैलेंद्र सिंह और एसपी सिटी अभिषेक वर्मा को सौंपी गई.


जमीन पर ही बैठ गए अधिकारी
एडीएम सिटी और एसपी सिटी किसानों के धरनास्थल प्राइमरी स्कूल सदरपुर पहुंचे. मधुबन बापूधाम आवास योजना को लेकर कलेक्ट्रेट का घेराव करने के लिए किसान निकलने वाले थे. हजारों की संख्या में किसान जिला मुख्यालय के लिए कूच करने वाले थे इससे पहले ही गाजियाबाद पुलिस और प्रशासन के प्रतिनिधि वहां पहुंच गए. गाजियाबाद पुलिस प्रशासन की तरफ से पहुंचे एडीएम सिटी और एसपी सिटी किसानों के साथ ही जमीन पर बैठ गए. वार्ता का दौर शुरू हुआ तो इस बात पर सहमति बनी कि 3 दिन बाद गाजियाबाद विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष के साथ वार्ता होगी.


झूठा आरोप लगाने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
इस बीच एसपी सिटी ने कहा कि कोई भी झूठा आरोप अगर मधुबन बापूधाम आवास योजना के किसानों पर लगाएगा तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी. दरअसल, किसानों ने आरोप लगाया था कि कुछ लोग ये कह रहे हैं कि किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया जाएगा. कुछ देर पहले तक जहां किसान जिला प्रशासन और पुलिस के खिलाफ थे वही वार्ता के बाद किसान पुलिस और प्रशासन के पक्ष में नारे लगाते हुए नजर आए.


खाने में मट्ठा जरूर होना चाहिए
इस पूरी कवायद के बाद एसपी सिटी ने कहा कि घर पर खाना खिलवा दो. एसपी सिटी का ये कहना ही था और किसानों ने जबरदस्त तरीके से ताली बजाकर उनका स्वागत किया. लेकिन, एसपी सिटी ने इस दौरान ये शर्त रखी कि खाने में मट्ठा जरूर होना चाहिए.



किसान कर रहे हैं प्रदर्शन
बता दें कि मधुबन बापूधाम में आवासीय योजना को लेकर 6 गांव के किसान लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों के मुताबिक उन्हें एक समान मुआवजा चाहिए जो सरकार नहीं दे रही है.


यह भी पढ़ें: