Ghaziabad News: कूड़े के पहाड़ ने छीन लिया था सुकून! NGT की फटकार के बाद जीडीए को आई सुध, अब हो रहा निस्तारण
UP News: नगर निगम उधान अधिकारी डॉक्टर अनुज सिंह का कहना है कि गाजियाबाद नगर निगम द्वारा इस स्थान पर तकनीक से जंगल का विकास करने की तैयारी की जा रही है. जिस पर 100 प्रजातियों के पौधे रोपे जाएंगे.
Ghaziabad News: गाजियाबाद (Ghaziabad) में पिछले कई सालों से इंदिरापुरम में एक कूड़े का पहाड़ बनता जा रहा था, जिसको लेकर गाजियाबाद के इंदिरापुरम के लोग भी काफी चिंतित रहते थे और जिसकी शिकायत भी बार-बार संबंधित विभागों में की जा रही थी. साथ ही कोई सुनवाई भी नही हो रही थी. जिसके बाद स्थानीय नागरिक राष्ट्रीय हरित अधिकरण यानी एनजीटी में चले गए थे, एनजीटी ने गाजियाबाद नगर निगम पर 150 करोड़ का जुर्माना लगाया और 50 करोड़ का जुर्माना गाजियाबाद विकास प्राधिकरण पर लगाया था.
नगर निगम जीडीए ने कुछ समय मांगा और एनजीटी के आदेश पर अब कूड़े के पहाड़ को नगर निगम धीरे-धीरे निस्तारण कर हटा रहा है. गाजियाबाद के पॉश इलाके इंदिरापुरम के बीचों-बीच डंपिंग ग्राउंड बना हुआ था. एनजीटी के आदेश पर इसकी जिम्मेदारी नगर निगम को दी गई. इंदिरापुरम के शक्ति खंड में कुछ लैंड को समतल किया गया है. वहीं कुछ हिस्से में कूड़े का पहाड़ अब भी बना हुआ है, जिसे धीरे-धीरे हटाया जा रहा है. वहीं कुछ हिस्से में शुरुआत में 10 हजार पौधे लगाए जाएंगे.
शिकायत के बाद उठाया गया ये कदम
ट्रांस हिंडन आरडब्ल्यू के अध्यक्ष मोहन सांगवान ने बताया कि जीडीए ने इसे डंपिंग ग्राउंड बना दिया था और आग लगने के बाद काफी धुंआ फैला, जिसकी वजह से शक्ति खंड के लोगों को हॉस्पिटलाइज भी होना पड़ा. वहीं बच्चे भी बीमार हो गए. स्थानीय विधायक सुनील शर्मा से इसकी शिकायत की गई, वहीं प्रशासन और जीडीए नगर में भी इसकी शिकायत की गई लेकिन किसी विभाग में सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद हम एनजीटी में गए और काफी लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी.
एनजीटी ने जीडीए नगर निगम को कड़ी फटकार लगाई और जुर्माना भी लगाया. वहीं मोहन सांगवान का कहना है कि जो कार्य चल रहा है, बड़ी धीमी गति से चल रहा है. कुछ हिस्से में पेड़ पौधे लगाए जाएंगे. अगर समय रहते कार्य पूरा नहीं हुआ तो एक बार फिर हम एनजीटी में जाएंगे.
नगर निगम उधान अधिकारी डॉक्टर अनुज सिंह का कहना है कि गाजियाबाद नगर निगम द्वारा इस स्थान पर तकनीक से जंगल का विकास करने की तैयारी की जा रही है. जिस पर 100 प्रजातियों के पौधे रोपे जाएंगे. अभी आधे क्षेत्र में ही यह पौधे रोपे जाएंगे और मिट्टी डालकर जंगल को समतल किया गया है. बहरहाल, जहां कूड़े के इस पहाड़ को धीरे धीरे हटाया जा रहा है, वहीं लोगों में अभी कार्य धीमे गति के चलने से कुछ हद तक नाराजगी है, वही कुछ हिस्से में शुद्ध हवा मिलने के उम्मीद भी बनी हुई है.
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