UP Crime News: गाजियाबाद में हर्बल प्रोडक्ट बिजनेस के नाम पर ठगी करनेवाले गिरोह का खुलासा हुआ है. साइबर सेल और थाना इंदिरापुरम पुलिस की टीम ने गैंग से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया. नीति खंड निवासी राजेश यादव ने इंदिरापुरम थाना में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में बताया गया कि हर्बल प्रोडक्ट के बिजनेस का झांसा देकर 20 लाख रुपये की ठगी की गई. आरोपियों ने भरोसा जीतकर पीड़ित से 20 लाख ट्रांसफर करवा लिए. एडिशनल डीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया कि जांच का जिम्मा साइबर सेल और इंदिरापुरम पुलिस को सौंपा गया. उन्होंने बताया कि धोखाधड़ी की रिपोर्ट सितंबर में दर्ज की गई थी. हर्बल प्रोडक्ट बिजनेस के नाम पर ईमेल से पीड़ित को ठग गिरोह ने जून जुलाई में झांसा दिया था.
हर्बल प्रोडक्ट बिजनेस के नाम पर ठगी
पीड़ित ने विभिन्न खातों से लगभग 20 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिये. घटना का खुलासा करने के लिए पुलिस की टीम लगी हुई थी. जांच के आशीष जैसवाल, उमेश शुक्ला और सत्यम कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया. ठगी के मास्टरमाइंड आशीष जैसवाल पर इंदौर और लखनऊ में दो मामले दर्ज हैं. आरोपियों की निशानदेही पर 7 मोबाइल फोन, 47 डेबिड कार्ड, 2 क्रेडिट कार्ड, आधार कार्ड, पेन कार्ड, एक लाख रुपए नकद और एक गाड़ी बरामद की गई है.
ठग गिरोह के तीन सदस्य हुए गिरफ्तार
ठग गिरोह हर्बल प्रोडक्ट्स बिजनेस के नाम पर फर्जी आईडी से मेल भेजता था. मेल भेजने के बाद लोगों को मुनाफे का लालच दिया जाता. विश्वास जीतने के बाद आरोपी विभिन्न खातों में पैसे जमा करवा लेते थे. पूछताछ में पता चला है कि अयोध्या नाम से 32 अकाउंट खोले गए हैं. एसके इन्टरप्राइजेज नाम से फर्म रजिस्टर कराई गई. फर्म के अकाउंट में ठग गिरोह पैसा मंगाता था. अकाउंट में रकम आने के बाद सदस्य बंटवारा कर लेते थे. पूछताछ में गिरोह के दो सदस्यों का भी नाम सामने आया है. अकरम और सुभम उर्फ गोलू अभी फरार है. जानकारी मिलने के बाद दोनों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है.
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