गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में पहली पंक्ति के 5000 कर्मचारियों ने दूसरी खुराक छोड़ दी है. 30000 चिन्हित कर्मचारियों में से केवल 13720 ने पहली खुराक ली जिसमें से 7062 लाभार्थी केंद्र पर दूसरी खुराक लेने पहुंचे. कोरोना टीकाकरण में सबसे कम प्रतिशत अभी पहली पंक्ति के कर्मचारियों का है.


जनवरी से शुरू हुआ टीकाकरण
जनवरी से कोरोना टीकाकरण का पहला चरण शुरू हुआ था जिसमें स्वास्थ्य कर्मियों को शामिल किया गया था. इसके बाद 5 मार्च से पहली पंक्ति के कर्मचारियों के लिए दूसरा चरण शुरू हो गया था. इसमें प्रशासन, पुलिस विभाग, विद्युत, नगर निगम, विकास प्राधिकरण, सिविल डिफेंस से जुड़े लोगों को शामिल किया गया.


सबसे पीछे रहा नगर निगम
कोरोना काल में पहली पंक्ति के कर्मचारियों ने दिन-रात काम किया. सरकार की ओर से इसलिए उनकी प्राथमिकता पहले थी. उम्मीद थी कि सरकारी विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों देखकर सामान्य लोग भी वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित होंगे. लेकिन ये लोग ही पीछे रह गए. अधिकारियों के बार-बार अपील करने पर केवल 13710 ने वैक्सीन की पहली खुराक लगाई. इस क्रम में नगर निगम सबसे पीछे रहा है.


प्रयास जारी है
कोरोना का खतरा एक बार फिर बढ़ता जा रहा है. दूसरी डोज ना लगवाने को लेकर एबीपी गंगा की टीम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र कुमार गुप्ता से भी बात की है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि स्वछता कार्यक्रम चल रहा था इस वजह से ये कर्मचारी वैक्सीन नहीं लगवा पाए हैं. अब उन्हें समझाया जा रहा है, वो भी वैक्सीन लगवा लेंगे. हमारा प्रयास जारी है.


सबका वैक्सीनेशन करवा दिया जाएगा
वैक्सीन की डोज ना लगवाने को लेकर नगर निगम पहले पायदान पर है. 5206 ऐसे कर्मचारी हैं जो कोरोना की दूसरी डोज से वंचित हैं. इस पर एबीपी गंगा की टीम ने नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर से बात की तो उन्होंने बताया कि शुरू में समस्या आई थी. हमने उनके टीम लीडर से बात की है, बहुत से कर्मचारियों ने वैक्सीन लगवा ली थी. कई कर्मचारी अभी वंचित है. नगर निगम के कर्मचारी जल्द ही वैक्सीन लगवा लेंगे. स्वच्छ सर्वेक्षण का कार्य भी चल रहा था. नगर निगम पीछे रहा है लेकिन जल्द ही सबका वैक्सीनेशन करवा दिया जाएगा.


सतर्कता बहुत जरूरी है
वैक्सीनशन को लेकर लोगों में जागरूकता की कमी नजर आई. विभाग के अधिकारियों ने बार-बार अपील भी की लेकिन 45 फीसदी से अधिक लाभार्थियों ने दूसरी खुराक छोड़ दी. इसी को लेकर चिकित्सा अधिकारी और नगर निगम के नगर आयुक्त से भी बात की गई. दोनों ने अपने-अपने तर्क दिए. उनका यही कहना है कि जल्द से जल्द वैक्सीनेशन के कार्यों को पूरा किया जाएगा. कोरोना पैर पसार रहा है, ऐसे में अब सतर्कता बहुत जरूरी है और ज्यादा ध्यान देने की आवश्यता है.


क्या कहते हैं आंकड़े


नगर निगम 5206 कर्मचारी वंचित
पुलिस विभाग 2457 कर्मचारी वंचित
पंचायती राज 48 कर्मचारी वंचित
राजस्व विभाग। 163 कर्मचारी वंचित


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