UP Lok Sabha Election Results 2024: गाजियाबाद में लोकसभा चुनाव के बाद से ही एक अलग ही प्रकार की लड़ाई चल रही थी. ये लड़ाई गाजियाबाद के लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर और गाजियाबाद पुलिस आयुक्त के बीच चल रही है, लेकिन अब ये जंग अब पत्राचार से आगे बढ़ कर वीडियो तक आ पहुंची है. आज नंद किशोर गुर्जर ने अपने घर से एक वीडियो बनाकर जारी किया, जिसमें उन्होंने गाजियाबाद पुलिस की तरफ से सुरक्षा कर्मी न मिलने की बात को वीडियो में दिखाते हुए बताया.


गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर के बचाव में आये राष्ट्रीय लोकदल के लोनी नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन और वर्तमान में लोनी नगर पालिका चेयर के पति मनोज धामा इसके बाद अब नंदकिशोर गुर्जर ने शाम होते-होते गाजियाबाद पुलिस के खिलाफ एक वीडियो और जारी कर फोन पर बड़े-बड़े आरोप लगाए हैं.


''सपा सरकार होती तो बर्खास्त होते पुलिस कमिश्नर''


वीडियो में नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि गाजियाबाद पुलिस आयुक्त का दुस्साहस देखिये अगर ऐसा सपा-बसपा की सरकार में होता तो उन्हें नौकरी से बर्खास्त, निलंबित या फिर कारवाई हो जाती, लेकिन हमारे बीजेपी सरकार ऐसा नहीं कर रही है. गाजियाबाद पुलिस आयुक्त की तरफ से मेरे गनर हटा दिए गए, जबकि मुझ पर पाकिस्तान से भी धमकी आ चुकी है और मेरी विधानसभा से आतंकवादी भी गिरफ्तार हुए हैं, लेकिन उसके बाद भी मेरे गनर हटा लिए गए हैं.


नंदकिशोर गुर्जर ने आगे कहा कि साथ ही गाजियाबाद मुरादनगर के विधायक अजीत पाल के भी गनर हटा लिए हैं, जबकि उनकी एक बार हत्या की साजिश की जा चुकी है, जिसके बाद उन्हें गनर दिए गए थे. यह गनर हमने नहीं मांगे थे, पुलिस ने हमारी सुरक्षा के लिए अपने आप ही हमें गनर दिए थे, जो कि अब इनको हटाकर हमारा अपमान किया जा रहा है, लेकिन गाजियाबाद पुलिस ने हत्यारोपी को गनर दिए हुए हैं. यह वही अपराधी है जो मेरी हत्या करवाना चाहते हैं. गाजियाबाद के पुलिस आयुक्त अजय मिश्रा सपा के लिए काम कर रहे हैं और आने वाले समय में वह शायद सपा से विधायक सांसदी का चुनाव लड़ना चाहते हैं, जिसके लिए उन्होंने गाजियाबाद में एक मोटी रिश्वत देखकर अपनी पोस्टिंग करवाई हैं और रोजाना करोड़ों रुपए की घूस ले रहे हैं, जबकि लगातार गाजियाबाद के अंदर कानून व्यवस्था की स्थिति चौपट है.


नंदकिशोर गुर्जर के बयान पर मनोज धामा का पलटवार 


नंदकिशोर गुर्जर के इस बयान के बाद बीजेपी गठबंधन राष्ट्रीय लोकदल के लोनी नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन और मौजूदा चेयरमैन के पति मनोज धामा ने भी एक वीडियो जारी किया है. मनोज धामा ने अपने बयान में कहा है कि नंदकिशोर गुर्जर के बयानों पर गहनता से जांच की जाए और निष्पक्ष जांच कर उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जाए. क्योंकि जिस तरह से वह गाजियाबाद पुलिस के अधिकारियों पर सपा के एजेंट के रूप में काम करने का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन उनके बयान से तो ऐसा लगता है कि वह खुद सपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं.


पहले विधायक नंदकिशोर गुर्जर स्थानीय पुलिस को दबाव में लेकर फर्जी मुकदमे और तहरीर लिखवा दिया करते थे. लेकिन जब से गाजियाबाद में अजय मिश्रा जैसे निष्पक्ष जांच करने वाले अधिकारी आए हैं तब से उनका यह काम बंद हो गया है, जिसके चलते वह गाजियाबाद पुलिस पर ऐसे आरोप लगा रहे हैं. ऐसे में संगठन को भी इसमें जांच का हिस्सा बनते हुए नंदकिशोर गुर्जर को संगठन से बाहर कर देना चाहिए. क्योंकि यह लोग बीजेपी का नाम बदनाम कर रहे हैं.


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