JEE Main 2023 Result: गाजियाबाद (Ghaziabad) के मलय केडिया ने जेईई मेन(2023) परीक्षा के परिणाम में 100 फीसदी अंकों के साथ अखिल भारतीय रैंक में चौथा स्थान हासिल कर जिले का नाम रौशन किया है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने शनिवार को तड़के सुबह जेईई में (2023) का रिजल्ट जारी किया. परीक्षा का आयोजन 10 अप्रैल को किया गया था, जिसमें वसुंधरा के सेठ जयपुरिया स्कूल में पढ़ने वाले मलय ने चौथी रैंक हासिल कर जिले में टॉप किया है.
जेईई परीक्षा में ऑल इंडिया में चौथा स्थान हासिल कर करने वाले मलय बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहे हैं. बता दें कि, मलय को 9वीं में ही उनके पैरेंट्स ने कोटा में तैयारी के लिए भेज दिया था, लेकिन मार्च 2020 में पूरे देश में लॉकडाउन लग गया ऐसे में मलय को अपने परिवार से दूर एक अलग जगह पर रहना पड़ा.
वहीं मलय कहते हैं कि, किसी शहर में बिल्कुल अकेले रहना जहां आपका कोई दोस्त न हो मानसिक रूप से बहुत परेशान करने वाला होता है. मैं घर आने के लिए बहुत परेशान था, सभी लोग ये कहने लगे कि कोटा में ऐसा कुछ भी नहीं है जो अपने घर से नहीं पाया जा सकता है. वहीं लॉकडाउन के दौरान मलय कोटा से गाजियाबाद एक महीने बाद वापस आ पाए. इसके बाद मलय ने 2022 एक प्राइवेट कोचिंग इंस्टीट्यूट में एडमिशन लिया और हर दिन 12 घंटे पढ़ाई करके जेईई मेन्स में 99.99 परसेंटाइल हासिल किए, लेकिन वो अपने इस नंबर से खुश नहीं थे. इसलिए उन्होंने दोबारा टेस्ट दिया और बीते शनिवार को आए रिजल्ट में मलय ने 100 परसेंटाइल स्कोर हासिल किया जिसमें मलय का पूरे देश में AIR-4 आया है.
हमेशा से रहे हैं टॉपर
वहीं मलय के पिता भास्कर केडिया ने बताया कि मलय पहली बार कक्षा चार में मैथमेटिक्स ओलंपियाड में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहली रैंक हासिल की थी. पढ़ाई में अव्वल रहने की वजह से मलय को जयपुरिया स्कूल से कक्षा छह से 12 तक स्कॉलशिप मिला. कक्षा में हर साल टॉपर रहने पर बेस्ट स्टूडेंट का अवार्ड भी मिल चुका है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 में मलय का जूनियर साइंस ओलंपियाड में चयन हो गया था, मगर कोविड की वजह से भारत सरकार ने कार्यक्रम बंद कर दिया था. इसकी वजह से मलय भारत का नेतृत्व नहीं कर सके. वहीं पिछले साल मलय ने एस्ट्रोनोमिक ओलपियाड में भारत की टीम के साथ जोर्जिया में नेतृत्व किया था. इस साल केमेस्ट्री ओलंपियाड में चयन हुआ है. उनके पिता का कहना है कि, मलय सुबह आठ बजे पढ़ाई के लिए घर से निकलते थे और रात के आठ बजे तक पढ़ाई में मशगूल रहते थे.
मलय ने बताया अपना सक्सेस मंत्रा
मलय ने बतया कि वो ज्यादातर एनसीईआरटी के सिलेबस पर फोकस करते थे. इसके साथ ही वो अपने कोचिंग इंस्टीट्यूशन के स्टडी मैटेरियल को फॉलो करते थे. साथ ही लगातार कई तरीके के सैंपल पेपर को सॉल्व किया. मलय ने आगे बताया कि, घर पर रहकर पढ़ना मेरे लिए काफी फायदेमंद रहा. मैं अपने परिवार के साथ था और मम्मी से बात करना मेरे लिए एक थेरेपी सेशन जैसा हुआ करता था, जो मेरे लिए एनर्जी का काम करता था. मलय आगे आईआईटी मुंबई से कंप्यूटर साइंस ट्रेड से बीटेक करना चाहते हैं और ग्रेजुएशन के बाद कैंब्रिज के एमआईटी से आर्टीफियल इंटेलिजेंस में रिसर्च करना चाहते हैं. जिससे देश की समस्याओं का समाधान करने में मदद कर कर सकें. बता दें कि, एनटीए की ओर से जेईई मेंस परीक्षा का आयोजन 10 अप्रैल को किया गया था. इससे पहले जेईई प्री की परीक्षा 30 जनवरी को हुई थी. इसके बाद अब जेईई एडवांस की परीक्षा चार जून को होगी.