Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजियाबाद (Ghaziabad) का लक्ष्य तंवर जो कपड़ों पर प्रेस का कार्य करता था वो देखते ही देखते जालसाजी करके 500 करोड़ का लोन माफिया बन गया. लक्ष्य तंवर पर कई मामलों में एफआईआर दर्ज हो चुकी है पहले भी पुलिस ने उसकी कई संपत्तियों को कुर्क किया है. इन संपत्तियों को उसने जालसाजी से अर्जित किया था. अब लक्ष्य तंवर पर लगातार कानून का शिकंजा कसता जा रहा है!  


लोन माफिया लक्ष्य तंवर की पुलिस ने पहले भी कई संपत्ति को कुर्क किया है, एक बार फिर लक्ष्य तंवर की तीन थाना क्षेत्रों में 15 करोड़ की संपत्ति को सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार कुर्क किया गया है. लक्ष्य तंवर धोखाधड़ी जालसाजी के आरोप में डासना जेल में बंद है पर 2 दर्जन से भी ज्यादा धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज हैं, उस पर 500 करोड़ रुपए के फर्जी लोन का भी आरोप हैं. शातिर आरोपी लक्ष्य तंवर अपने साथियों के साथ मिलकर बैंकों से लोन कराने के बाद फर्जीवाड़ा किया करता था. 


करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है शख्स
लक्ष्य तंवर फर्जी कंपनी बनाकर बैंक मैनेजर की मिलीभगत से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुका है. हालांकि बीते 2 साल से लक्ष्य तंवर गाजियाबाद की डासना जेल में बंद है और लगातार उसके ऊपर पुलिस के द्वारा कार्रवाई की जा रही है. 5 साल पहले लक्ष्य तंवर कॉलोनियों में एक गली के भीतर कपड़े प्रेस करने की दुकान चलाया करता था. मगर जल्द पैसा कमाने की चाहत में जालसाजी के जरिए जु्र्म की दुनिया में कदम रखा और कुछ ही सालों में करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली. 


इतना ही नहीं लक्ष्य तंवर ने कुछ पुलिसकर्मियों के साथ भी फर्जीवाड़ा किया हालांकि कई शिकायतें आने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और इसके अन्य आठ साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है. इसी के साथ पुलिस ने आरोपी की 15 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क किया है. 


यह भी पढ़ें:-


Atiq Ahmed Case: कांग्रेस नेता ने अतीक अहमद को बताया शहीद, कर दी भारत रत्न देने की मांग