UP Crime News: गाजियाबाद में चलती ऑटो से छात्रा का मोबाइल छीननेवाले झपटमार को पुलिस ने ढेर कर दिया है. डीसीपी ग्रामीण विवेक चंद यादव ने बताया कि चेकिंग के दौरान पुलिस को देखकर जितेंद्र फायरिंग शुरू कर देता है. कांस्टेबल को गोली लगने के बाद पुलिस मोर्चा संभालती है. मुठभेड़ के दौरान बदमाश जितेंद्र घायल हो जाता है. आनन फानन घायल बदमाश को अस्पताल में भर्ती कराया जाता है. अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर बदमाश जितेंद्र को मृत घोषित कर देते हैं.


चलते ऑटो से छात्रा का मोबाइल लुटेरा मुठभेड़ में ढेर


बता दें कि 27 अक्टूबर को दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर दो छात्रा कॉलेज से हापुड़ के लिए ऑटो पकड़ती हैं. बिना हेलमेट के बाइक पर सवार दो लुटेरे तेजी से ऑटो का पीछा करते हैं. मौका पाकर चलते ऑटो में बैठी छात्रा कीर्ति से मोबाइल छीनने लगते हैं. जांबाज छात्रा बदमाशों का चलते ऑटो में डटकर सामना करती है. पहली बार में बदमाश छात्रा से फोन नहीं छीन पाते हैं. बाइक से दोबारा ऑटो का पीछा शुरू कर देते हैं. एक बार फिर जांबाज छात्रा मोबाइल लुटेरों को कड़ी टक्कर देती है.


अस्पताल में इलाज के दौरान छात्रा की भी हुई मौत


एक बदमाश छात्रा को ऑटो से बाहर खींच लेता है. सड़क पर गिरने के कारण छात्रा को सिर में गहरी चोट लगती है. दोनों बदमाश दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर मोबाइल लूट की वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं. दोनों लुटेरों की करतूत दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर लगे सीसीटीवी में कैद हो जाती है. घायल छात्रा को ऑटो ड्राइवर और सहेली हापुड़ के निजी अस्पताल में भर्ती करते हैं. स्थिति नाजुक देख डॉक्टर गाजियाबाद के यशोदा हॉस्पिटल में छात्रा को रेफर कर देते हैं. अस्पताल में छात्रा जिंदगी और मौत के बीच झूल रही होती है.


बदमाशों की धर पकड़ के लिए गाजियाबाद पुलिस सघन चेकिंग अभियान शुरू करती है. पुलिस को दो बदमाश बाइक पर आते दिखते हैं. दोनों को रुकने का इशारा किया जाता है. पुलिस को देखकर दोनों रास्ता बदलकर भागने लगते हैं. पुलिस दोनों बदमाशों का पीछा करती है. बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ होती है. पुलिस की गोली बालवीर नामक एक बदमाश के पैर में लग जाती है. मुख्य बदमाश जितेंद्र अंधेरा का फायदा उठाकर मौके से फरार हो जाता है.


पुलिस चप्पे चप्पे पर चेकिंग और दबिश अभियान शुरू कर देती है. इस बीच अंतिम सांसें गिन रही छात्रा की मौत हो जाती है. छात्रा की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच जाता है. पुलिस एक बार फिर धर पकड़ अभियान तेज कर देती है. मुखबिर से जितेंद्र के आने की सूचना मिलती है. जितेंद्र को पकड़ने के लिए जाल बिछा दिया जाता है. पुलिस को देखकर जितेंद्र फायर कर देता है. गोली लगने से एक कांस्टेबल घायल हो जाता है. जवाबी कार्रवाई में पुलिस की दो गोलियां जितेंद्र को लगती हैं.


घायल बदमाश को अस्पताल में डॉक्टर मृत घोषित कर देते हैं. एनकाउंटर में जितेंद्र की मौत की खबर से छात्रा कीर्ति के परिजन पुलिस कार्रवाई पर संतोष जताते हैं. डीसीपी ग्रामीण विवेक चंद्र यादव ने बताया कि जितेंद्र के खिलाफ कुल 12 मुकदमे दर्ज हैं. आधा दर्जन से अधिक लूट के मामले हैं. वर्ष 2020 मे गैंगस्टर एक्ट का भी आरोपी है. उन्होंने बताया कि मसूरी क्षेत्र में एक छात्रा के साथ लूट की घटना हुई थी. वारदात में जितेन्द्र उर्फ जीतू और दूसरा साथी शामिल था. बदमाशों से मुकाबला करते हुए छात्रा घायल हो गई थी. इलाज के दौरान अस्पताल में छात्रा ने दम तोड़ दिया. पुलिस ने फरार चल रहे जितेंद्र पर 25 हजार का इनाम रखा था. 


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