Ghaziabad News:दिल्ली के साथ ही इसके आस-पास के शहरों में अक्टूबर से लेकर दिसंबर तक दिल्ली-NCR की जनता को खतरनाक स्तर के प्रदूषण का सामना करना पड़ता है.सभी सरकारों द्वारा कई कदम उठाए जाते हैं पर इसका कोई व्यापक समाधान नहीं निकलता है और हर साल दिल्ली के साथ इसके आस-पास के इलाको को इन परेशानियों से सामना करना पड़ता है.


वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन ने एक आंकड़ा जारी किया जिसमें उसने कई खुलासे किए हैं जिसमें उन्होंने बताया कि उत्तर भारत में गाजियाबाद सबसे प्रदूषित शहर है और इसका पीएम 2.5 का वार्षिक औसत स्तर दिल्ली से भी खराब स्थिति में है. उत्तर भारत के 56 शहरों में 137 वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन (सीएएक्यूएमएस) के आंकड़ों से यह जानकारी सामने आयी है.


एक जनवरी 2019 से 30 नवंबर 2021 तक इन सीएएक्यूएमएस से प्राप्त पीएम 2.5 के आंकड़ों का विश्लेषण करने वाले सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई) ने कहा कि शुरुआती सर्दियों में धुंध के चलते स्वच्छ छोटे शहरों में पीएम 2.5 का स्तर दिल्ली में दर्ज संकेंद्रण से अधिक हो सकता है.


गाजियाबाद वार्षिक औसत स्तर में सबसे प्रदूषित शहर


इसके मुताबिक, प्रदूषित के उच्च स्तर वाले सप्ताह के दौरान गाजियाबाद में औसत पीएम 2.5 स्तर 360 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया, जबकि वार्षिक औसत स्तर 110 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा जो कि उत्तर भारत में सबसे अधिक था.वहीं, दिल्ली का वार्षिक औसत पीएम 2.5 स्तर 97 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और साप्ताहिक स्तर 270 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा. इसी तरह मुरादाबाद, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम का वार्षिक औसत पीएम 2.5 स्तर क्रमशः 96, 92, 89 और 88 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया.


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