Ghaziabad Police: गाजियाबाद में पुलिस ने एक ऐसे बिल्डर को गिरफ्तार किया है जिसने 50 कंपनियां खोलकर 800 से ज्यादा फ्लैट खरीदकर 100 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी की है. जिसके बाद वो अपने पूरे परिवार के साथ दुबई भागने की फिराक में था. लेकिन इससे पहले कि उसके मंसूबे पूरे हो पाते, पुलिस ने बिल्डर के पूरे परिवार समेत 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. बिल्डर की पहचान राजकुमार जैन के तौर पर हुई है. पुलिस को इसके पास से दुबई का सिटिजन कार्ड, लैपटॉप और कई फर्जी दस्तावेज मिले हैं, जिसे देखकर पुलिस की भी चौंक गई.
800 फ्लैट 100 करोड़ रुपये की ठगी
मिली जानकारी के अनुसार गाजियाबाद के थाना नंद ग्राम क्षेत्र के राजकुमार जैन रेडएप्पल सोसायटी, मंजू जैन होम्स प्राइवेट लिमिटेड, आइडिया बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का डायरेक्टर है. पुलिस ने इसके पास से कई फर्जी दस्तावेज मिले हैं.
मिली जानकारी के अनुसार गाजियाबाद के थाना नंद ग्राम क्षेत्र के राजकुमार जैन रेडएप्पल सोसायटी, मंजू जैन होम्स प्राइवेट लिमिटेड, आइडिया बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का डायरेक्टर है. पुलिस ने इसके पास से कई फर्जी दस्तावेज मिले हैं.
आरोप है कि राजकुमार ने 800 से ज्यादा फ्लैट खरीदारों और दूसरे लोगों से 100 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है. पुलिस ने इस मामले में राजकुमार जैन, बेटे नमन जैन, अक्षय जैन, बेटी अनुशा जैन और पत्नी इंदु जैन के साथ परिवारिक सदस्य ऋषभ जैन और प्रतीक जैन को गिरफ्तार किया गया है.
लोगों से ऐसे ठगे जाते थे रुपये
पुलिस के मुताबिक इस परिवार ने सैकड़ों लोगों से फ्लैट की बुकिंग के नाम पर मोटी रकम वसूली लेकिन कभी उन्हें कोई फ्लैट नहीं दिया और जिन लोगों ने उनसे बुकिंग कराई थी उनका पैसा भी वापस नहीं लौटाया. ये लोग एक ही फ्लैट को दो बार बेच दिया करते थे.
पुलिस के मुताबिक इस परिवार ने सैकड़ों लोगों से फ्लैट की बुकिंग के नाम पर मोटी रकम वसूली लेकिन कभी उन्हें कोई फ्लैट नहीं दिया और जिन लोगों ने उनसे बुकिंग कराई थी उनका पैसा भी वापस नहीं लौटाया. ये लोग एक ही फ्लैट को दो बार बेच दिया करते थे.
पीड़ितों ने जब अपने पैसे वापस मांगे तो कंपनी में नुकसान होने का बहाना बना दिया. पीड़ितों ने कई बार इस मामले में विरोध प्रदर्शन भी किया. मामले में आरोपी अक्षय जैन ने अपनी पहचान बदलकर देवेन गर्ग के नाम से फर्जी दस्तावेज के जरिए बैंक में खाता भी खुलवाया था. धोखाधड़ी की सारी रकम इसी खाते में जमा कराई जाती थी.
विदेश भागने की फिराक में थे आरोपी
पुलिस से पूछताछ में आरोपियों ने कबूला है, वो सभी रुपये इकट्ठा करके पहचान बदलकर परिवार सहित विदेश भागने की फिराक में थे. गिरफ्तार आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज दिल्ली व पंजाब के पते पर बनवाए थे.
पुलिस से पूछताछ में आरोपियों ने कबूला है, वो सभी रुपये इकट्ठा करके पहचान बदलकर परिवार सहित विदेश भागने की फिराक में थे. गिरफ्तार आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज दिल्ली व पंजाब के पते पर बनवाए थे.
इनमें राजकुमार जैन का नाम रमेश गर्ग, नमन जैन का नाम रोहित गर्ग, ऋषभ जैन का नाम सन्नी गर्ग, अनुषा जैन का नाम राखी गर्ग, इंदु जैन का बॉबी गर्ग कराया गया था. इन सब का पता दिल्ली लक्ष्मी नगर और पंजाब का दिखाया गया था.
पुलिस ने बरामद के किए फर्जी दस्तावेज
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से चार लैपटॉप 5 मोबाइल फोन, 13 फर्जी आधार कार्ड, चार पैन कार्ड, दो चेक बुक, एक डेबिट कार्ड और दुबई की नागरिकता का कार्ड भी बरामद किया है.
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से चार लैपटॉप 5 मोबाइल फोन, 13 फर्जी आधार कार्ड, चार पैन कार्ड, दो चेक बुक, एक डेबिट कार्ड और दुबई की नागरिकता का कार्ड भी बरामद किया है.
फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. मामले में फरार अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.
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