Ghaziabad News: गाजियाबाद पुलिस ने साइबर सेल द्वारा एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है, जो ऑनलाइन एप को हैक करके ठगी को अंजाम देते थे. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है और उसके अन्य साथियों की भी तलाश की जा रही है. इसी के साथ पुलिस ने आरोपी के पास से ठगी का सामान भी बरामद किया है.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी विवेक यादव ने बीसीए तक पढ़ाई की है. जो अपने दो साथी एस्टर्न एडमिन और रमेश के साथ मिलकर रोजर एप के जरिए ऑनलाइन ठगी करते थे. इंदिरापुरम क्षेत्र में व्यक्ति ने शिकायत की कि उसके खाते से 16 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी की गई है. ये गैंग अधिकतर दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में ठगी करता था. इसी तरह दिल्ली के कई व्यक्तियों के खाते से 23 लाख रुपए निकाल कर 12 लाख रुपए आईडीएफसी बैंक खाते में ट्रांसफर करके उन पैसे से बिटकॉइन में बदल देते थे.
गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने पछतावे की बात कही
बीसीए की पढ़ाई करके अपने साथियों के साथ मिल कर हैकिंग के जरिए लोगों के साथ ठगी करने वाले आरोपी विवेक यादव ने बताया कि मैंने नौकरी भी करने की कोशिश की लेकिन साथियों के द्वारा पता चला कि इस काम में अधिक पैसा है और हमें कमीशन भी अधिक मिल जाता था. आरोपी ने माना कि अपराध करके पैसा कमाया जा सकता है लेकिन बच नहीं सकते हैं और एक ना एक दिन पकड़े ही जाओगे. उसने बताया कि मेरे साथी हैकिंग का कार्य करते थे और मैं इसमें ट्रेडिंग का काम करता था. गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने पछतावे की बात कहते हुए कहा कि मैं जुर्म की दुनिया में आया अब मुझे इस बात का अफसोस है.
पुलिस ने लैपटॉप और मोबाइल फोन किया बरामद
सीओ अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि साइबर सेल और थाना इंदिरापुरम पुलिस ने इसकी पड़ताल की, ये वॉलिट को हैक करके अपने अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर लेते थे. इस ठगी के बाद अन्य साथियों को रकम दी जाती थी और उससे बिटकॉइन भी खरीदे जाते थे. आरोपी अपने साथियों के साथ 10 महीने से संपर्क में था और चार-पांच महीने से इस ठगी के कार्य को अंजाम दे रहे थे. इसने बीसीए की पढ़ाई की है और यह कंप्यूटर एक्सपर्ट भी था. फरार साथियों की तलाश भी जारी है, पुलिस ने लैपटॉप और मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं.
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