Ghaziabad News: गाजियाबाद के थाना नंदग्राम की पुलिस ने एक ऐसे नटवरलाल को गिरफ्तार किया है, जो स्क्रैप कारोबारियों को अपना शिकार बनाता था. कोविड के दौरान शेयर मार्केट में जमापूंजी गंवाने वाले इस एमबीए पास नटवरलाल ने खुद को बंद शुगर मील का मालिक बताकर कई कारोबारियों से स्क्रैप बेचने के नाम पर करोड़ों की ठगी की है. हालाकि पुलिस आरोपी से किसी तरह की रकम बरामद नहीं कर सकी है.


कमरुद्दीन, जो खुद को शुगर मील का मालिक बताकर लोगों को ठगता था. कमरुद्दीन, मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बस्ती का रहने वाला है. उसने खुद को शुगर मील का मालिक बताकर कई स्क्रैप कारोबारियों को अपना शिकार बनाया है. आरोपी ना केवल उत्तर प्रदेश बल्कि अन्य राज्यों में भी सक्रिय था. गाजियाबाद पुलिस ने इस ठग को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने करोड़ों रुपये की ठगी को अंजाम दिया है. पुलिस की मानें, तो कमरुद्दीन बड़े ही शातिराना तरीके से कारोबारियों को फंसाता था और उनसे मोटी रकम ऐंठता था.


शुगर मील का मालिक बताकर करता था ठगी
इस संबंध में डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया हमारी टीम ने कमरुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया है. यह व्यक्ति खुद को शुगर मील का मालिक बताकर स्क्रैप कारोबारियों से धोखाधड़ी करता था. अभी तक की जांच में करोड़ों रुपये की ठगी का खुलासा हुआ है. आरोपी ने लखनऊ में अपना एक शानदार ऑफिस बना रखा था. मल्टी ट्रेडिंग एंड सर्विसेज द्वारा अपनी कंपनी फेनिल शुगर्स लिमिटेड स्क्रैप को बेचने का सौदा किया.


आरोपी ने बस्ती जिले में एक मिल के फर्जी कागज दिखा कर इस मिल का पूरा स्क्रैप का सौदा गाजियाबाद निवासी नौशाद के साथ कर लिया. नौशाद ने 1,49,38000 ट्रांसफर कर दिए लेकिन स्क्रैप उपलब्ध नहीं करा पाया. इसके बाद नौशाद ने नंदग्राम थाना क्षेत्र पर मुकदमा दर्ज कराया जिस पर पुलिस ने इस नटवरलाल को पकड़ने के लिए टीम गठित कर आरोपी को गिरफ्तार किया.कमरुद्दीन शुगर मील का मालिक बनकर स्क्रैप का काम करने वाले कारोबारी को सस्ते दामों में स्क्रैप बेचने का सौदा करके फर्जी दस्तावेज दिखाकर और उन्हें विश्वास में लेकर धोखाधड़ी से करोड़ों रुपये हड़पा था.


आरोपी पर दर्ज हैं आधा दर्जन से अधिक मुकदमें
पुलिस के अनुसार इस शातिर अपराधी पर अब तक धोखाधड़ी के मामले अन्य जिलों में और गाजियाबाद जिले में मिलाकर11 मुकदमे दर्ज हैं.  अब तक इस शातिर अपराधी ने 20 करोड़ रुपये की ठगी कर चुका है. पुलिस की यह कार्रवाई एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, जिससे कई मासूम लोगों को इस ठग के चंगुल से बचाया जा सका है. फिलहाल, पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है. यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं.


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