UP News: गाजियाबाद पुलिस ने तीन ऐसे आरोपियों सहित दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है, जो भोले भाले को लोगों को हनी ट्रैप के जाल में फंसा कर लूट लिया करते थे. दरअसल यह महिलाएं डेटिंग साइट ऐप पर अपनी प्रोफाइल बनाकर भोले भाले इंसानों को अपने प्रेम जाल में फंसाया करती थीं. जब कोई भी इनके प्रेम जाल में फंस जाया करता था तो उसको अपने फ्लैट पर बुलाकर जाल बिछाया जाता था. जैसे ही कोई व्यक्ति इनके फ्लैट पर आता तो ये उसको मीठी मीठी बातों में फुसलाकर उसके कपड़े उतरवा कर अश्लील वीडियो और फोटो बनाकर खींच लेते थे.
इसके बाद इनका दो और साथी पीड़ित के साथ बदतमीजी और लूटपाट कर उनको ब्लैकमेल करते थे. ये पिछले 6 महीनों से गाजियाबाद में एक्टिव थे. जिसकी शिकायत गाजियाबाद पुलिस को मिली और पुलिस ने जाल बिछाया और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि एक आरोपी अभी भी फरार है, पुलिस के मुताबिक इन दोनों महिलाओं में एक महिला ग्रेजुएट है तो वहीं दूसरी महिला की जानकारी की जा रही है. लेकिन यह तो साफ है कि जिस तरह से गाजियाबाद में हनी ट्रैप का जाल बिछाकर यह लोगों को लूट रहे थे इनको पुलिस का किसी तरह का डर नहीं. फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेजा है.
ब्लैकमेल करके ठगते थे पैसे
इस मामले पर एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि 14 सितंबर को एक व्यक्ति थाना इंदिरापुरम में आता है और अपने साथ एक महिला के द्वारा ब्लैकमेल करके उसकी नेक्ड फोटो और वीडियो बनाकर उसके आधार पर उसे ब्लैकमेल करके 50 हजार रुपये ऐंठने का मामला बताया जाता है. तत्काल मुकदमा पंजीकृत कर लिया जाता है और उस पर विवेचना की कार्रवाई आगे बढ़ती है. वहीं विवेचना के ही क्रम में आज इसमें जो प्रमुख अभियुक्ता जो थी दिपान्शी उसको वसुंधरा स्थित उसके फ्लैट से गिरफ्तार किया जाता है. यह पूरा मामला इस प्रकार है कि इनके गैंग की जो प्रमुख सरगना है वो शाहीन प्रवीन पत्नी मौ. रिजवान है. इन्होंने मुख्य रुप से दो गैंग बनाए हुए थे. एक गैंग में इनकी दिपान्शी नाम की अभियुक्ता थी.
फ्लैट में बुलाकर बनाते थे वीडियो
पुलिस ने कहा कि ये जो है एक टैग्ड नामक ऐप है, जिससे अन्य लोगों से बातचीत करके अपने प्रेम के जाल में फंसाती थी. जब वो लोग इससे बातचीत करते थे, फिर ये उनको अपने फ्लैट में बुलाती थी और फिर उनके नेक्ड फोटो और वीडियो बनाती थी और साथ में उनके गैंग में जुडे हुए रॉबिन और अंकित सामने आ जाते थे. जो व्यक्ति के साथ मारपीट करते थे और डरा धमका कर उसके अकाउंट में जो भी पैसे होते थे उससे वो वसूलते थे. हमें जो तहरीर प्राप्त हुई थी उस व्यक्ति से पांच लाख डिमांड की गई थी. उसके पास उस समय 50 हजार रुपये होने के कारण उससे 50 हजार रुपये पेटीएम कराया गया था. इस मामले में अभी तक हमने दिपांशी, शाहीन और अंकित को गिरफ्तार किया है. रॉबिन अभी फरार चल रहा है, उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई हैं. जो दूसरा गैंग सामने आया है, जिसकी प्रमुख संचालिका शाहीन ही थी इसको भी पकड़ने के लिए एक टीम गठित की गई है. जल्द ही उनको भी गिरफ्तार करके आगे की कार्रवाई की जाएगी.