गाजियाबाद पुलिस ने तीन शातिर जालसाजों को किया गिरफ्तार, 35 लाख का समान बरामद
UP News: गाजियाबाद पुलिस ने तीन शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 35 लाख रूपये का इलेक्ट्रॉनिक माल भी बरामद किया है. ये लोगो जालसाजी कर लोगों को शिकार बनाते थे.
Ghaziabad News: गाजियाबाद की थाना नंदग्राम पुलिस ने ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया जिसने एवरेडी बैटरी के डिस्ट्रीब्यूटर से फोन के माध्यम से 35 लाख रुपये का माल बुक करके उसे कैंटर में भरवा कर चुरा लिया. इस मामले की रिपोर्ट नंदग्राम थाना में दर्ज कराई गई थी. जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को कैंटर में भरे माल सहित गिरफ्तार कर लिया है.
इस घटना का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपी बड़े ही शातिर किस्म के चोर है, जो पहले किसी ट्रांसपोर्ट से गाड़ी हायर कर लेते थे फिर ऑनलाइन नेट से ट्रांसपोर्ट और उसका नंबर सर्च करके आरोपियों के साथी अंकित ट्रांसपोर्टर से बातचीत कर ट्रांसपोर्टर का माल डिलीवरी के लिए पूछते हैं. इसके बाद यह लोग ड्राइवर को गाड़ी लेकर वहां भेज देते. फिर उसे कंपनी या फिर से माल भरकर ले जाते हैं. इसके बाद ये लोग अपना नंबर बंद कर देते थे और जिस गाड़ी में माल भरा होता है उस पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर सुनसान जगह पर खड़ी कर देते थे . इसके बाद गाड़ी अपने कब्जे में लेने के बाद उनके साथी संदीप मलिक और कृष्ण कुमार और अंकित माल को बेचने का कार्य करते हैं.
फर्जी दस्तावेज से पुलिस को करते थे गुमराह
इन्होंने नंदग्राम के एक एवरेडी बैटरी के डिस्ट्रीब्यूटर से लाखों का माल बुक किया जिसके लिए इन्होंने हरियाणा से भाड़े की माल डिलीवरी हेतु फोन किया था. ट्रांसपोर्ट के मालिक ने रोहतक का माल ले जाने के लिए बताया इसके बाद राहुल यादव गाड़ी लेकर फर्म पर पहुंचा. राहुल यादव ने अपना नाम पवन बताया और गाड़ी में माल लोड कर वहां से निकल गया. ये लोग कुछ दूर जाने के बाद राहुल से मिलें.
पुलिस के डर से इन लोगों ने रात के समय गाड़ी को राजनगर एक्सटेंशन में बन रहे स्टेडियम के पास खाली खेतों की तरफ खड़ा कर दिया था. इसके बाद उस पर लगाई हुई फर्जी नंबर प्लेट को उतार कर उसे पर ओरिजिनल नंबर प्लेट लगा दी. इन्होंने फर्जी नंबर प्लेट को अपने साथी कृष्णा दहिया से मिलकर फर्जी पेपर भी तैयार किए थे. इस गाड़ी के पेपर भी ऐसे ही फर्जी तैयार करके रखे गए थे. फर्जी कागजों के बल पर यह पुलिस को चकमा देने के लिए रखते थे. ट्रक में भारी माल को यह दिल्ली की खरीदी दुकान पर रखकर लोगों को बेच देते थे.
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कुछ दिन पहले इन्होंने दिल्ली के चांदनी चौक से एक दुकानदार से इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीद कर बेचने का काम शुरू किया था. इसी दुकान पर ही है चुराया हुआ सारा माल दिल्ली में जाकर लोगों को बेचने की तैयारी में थे लेकिन इससे पहले पुलिस नहीं ने धर दबोचा. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लगभग 35 लाख कमल बरामद कर लिया गया है.
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