Ghaziabad Thief Arrested: गाजियाबाद (Ghaziabad) के कवि नगर थाना क्षेत्र में कारोबारी कपिल गर्ग के घर में तीन सितंबर को हुई डेढ़ करोड़ की चोरी (Theft) के मास्टरमाइंड इरफान (Irfan) उर्फ उजाले को गाजियाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इरफान उर्फ उजाले के कारनामे जानकर गाजियाबाद पुलिस (Police) भी हैरान रह गई. इरफान ने बिहार (Bihar) के सीतामढ़ी से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही पत्नी गुलशन परवीन को जिताने के लिए चोरी की रकम से डेढ़ करोड़ करोड़ से ज्यादा खर्च कर सात गांवों में सड़कें बनवा दीं. इरफान अपने आप को गांव में बड़ा कारोबारी बताता था. मदद के बदले वोट हासिल करने के लिए उसने गांव के लोगों को पढ़ाई, शादी, बीमारी के उपचार के लिए एक करोड़ से ज्यादा रुपये भी बांटे. 


गांव के लोगों को रहता है इंतजार 
डेढ़ करोड़ की चोरी में इरफान की पत्नी और प्रेमिका सहित गिरोह के 11 सदस्यों को पहले ही पकड़ा जा चुका है. इरफान गिरोह के सदस्यों की जमानत कराने के लिए गाजियाबाद आया था. पुलिस ने इरफान को राजनगर आरडीसी से पकड़ लिया. जमानत मिलने के बाद पत्नी चुनाव मैदान में उतरी. पुलिस अधीक्षक नगर प्रथम निपुण अग्रवाल ने पूछताछ के हवाले से बताया कि सीतामढ़ी का रहने वाला इरफान चुनाव में करोड़ों रुपये खर्च कर चुका है. जिस तरह से इरफान ने गांव ने पैसा लुटाया है, उसके बाद से गांव के जरूरतमंद उसके घर आने के इंतजार में रहते हैं. 


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दिलचस्प है प्रेमिका का एंगल 
इतना ही नहीं इरफान की चार प्रेमिकाएं भी हैं. इरफान चोरी में मोटा माल हाथ लगने के बाद सबसे पहले किसी प्रेमिका के पास ही जाता था. इरफान ने बीवी से ज्यादा पैसा इन पर खर्च किया है. इरफान की प्रेमिका अलीगढ़, आगरा, मुंबई और सवाई माधोपुर की हैं. चोरी की रकम से इरफान ने इन्हें महंगे गिफ्ट भी दिए हैं. ये सभी प्रेमिकाएं उसे पुलिस से छिपने में मदद करती थीं. पुलिस ने बताया कि उसे शरण देने वाली प्रेमिकाओं को भी आरोपी बनाया जाएगा. 


चोरी से पहले नहीं करता था रेकी 
इरफान पढ़ा-लिखा नहीं है. सिर्फ हस्ताक्षर करना जानता है. इरफान ने 11 साल पहले एक चोरी की थी जिसकी वजह उसकी बहन की शादी थी. पहली ही चोरी में इरफान को मोटी रकम हाथ लगी थी, जिससे उसने अपनी बहन की शादी की थी. पहली चोरी के बाद से इरफान ने अपना गिरोह बना लिया था. इरफान ने चोरी की रकम से एक-एक करोड़ कीमत की 2 कारें भी खरीदी थी. इन महंगी गाड़ियों से इरफान अपने गिरोह के साथ चोरी के लिए जाता था. इरफान ने कोई भी चोरी 20 लाख से कम की नहीं की थी. सबसे बड़ी बात ये सामने आई है कि वो चोरी के लिए रेकी नहीं कराता था, गिरोह को कार में लेकर निकलता था. आलीशान कोठी देखते ही घुस जाता था. 


40 से ज्यादा वारदातों को दिया अंजाम 
इरफान ने पुलिस को बताया कि वो  40 से ज्यादा वारदातों को अंजाम देकर 20 करोड़ से ज्यादा की रकम चोरी कर चुका है. इरफान ने अपने गिरोह के साथ यूपी, दिल्ली, पंजाब, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना और गोवा सहित 12 राज्यों में चोरी की वारदातों को अंजाम दें चुका है, लेकिन कभी पकड़ा नहीं गया. शातिर रात को एक से तीन बजे के बीच चोरी करता था. 


पुलिस थपथपा रही है पीठ 
पुलिस ने बताया कि इरफान ने दिल्ली में नोटबंदी से पहले जज के घर 65 लाख रुपये की चोरी की वारदात को अंजाम दिया था. उसने बताया कि जब वो चोरी करने के लिए घर में घुसा तो अलमारी में नोटों की गड्डियां मिलीं. उसने दो बैग में नोट भरे, लेकिन एक ही उठा पाया. चोरी के बाद नोट गिने तो 65 लाख रुपये निकले, लेकिन जज ने केस दर्ज नहीं कराया. वहीं, गोवा के राज्यपाल के घर के पास से एक व्यापारी के घर से लाखों रुपये की चोरी की थी. फिलहाल, पुलिस इरफान को गिरफ्तार कर अपनी पीठ थपथपा रही है. मामले के खुलासा होने से कहीं ना कहीं पुलिस ने भी चैन की सांस ली है. 



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