Ghaziabad News: गाजियाबाद में 16 मार्च के दिन एक महिला ने अपने ऊपर एसिड अटैक की घटना की जानकारी पुलिस को दी थी जिसके बाद महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. गाजियाबाद में एसिड अटैक की घटना बेहद संदिग्ध मानी जा रही थी जिसकी जांच गाजियाबाद पुलिस ने तुरंत शुरू कर दी थी. महिला ने एक व्यक्ति का नाम शक के आधार पर पुलिस को बताया था. पुलिस ने तब जांच शुरू की तो उनके भी होश उड़ गए.
गाजियाबाद पुलिस की टीम ने घटना की छानबीन के दौरान लगभग 25 से 30 सीसीटीवी कैमरे खंगाले जिसमें वह महिला सड़क पर पैदल चलते हुए दिखाई दे रही थी. कुछ दूर जाकर वह एक ऑटो रिक्शा में बैठी तो लगभग एक मिनट बाद तुरंत ऑटो रिक्शा से उतरकर वहां पास में मौजूद ट्रैफिक पुलिस कर्मी के पास जाकर अपने शरीर किसी ज्वलनशील पदार्थ के गिरने से पर बहुत तेज जलन होने की बात बताई. ट्रैफिक पुलिस के कांस्टेबल ने तत्परता दिखाते हुए महिला को अस्पताल में भर्ती कराया.
झूठी निकली एसिड अटैक की बात
एक तरफ महिला का इलाज अस्पताल में चल रहा था तो वहीं दूसरी ओर गाजियाबाद पुलिस पर एसिड अटैक की घटना का खुलासा करने का दबाव था लेकिन जब पुलिस ने पूरे मामले की तह तक जांच की तो सारा मामला झूठा निकला. दरअसल महिला के पति की एक वर्ष पहले नौकरी करते समय एक दुर्घटना में मौत हो गई थी. जिस का मुकदमा कोर्ट में चल रहा है. ऐसे में महिला ने अपने पति के विरुद्ध चल रहे मुकदमे के आरोपियों को फंसाने के लिए यह झूठ का सहारा लेते हुए अपने ऊपर एसिड अटैक की बात की थी.
वहीं पुलिस ने सीसीटीवी और बयान देखे, उसके बाद महिला के परिचित अभिषेक को बुलाया, अभिषेक पर महिला सुमन विश्वास करती थी, इसके बाद महिला ने उससे फोन पर बात की और उसने फोन पर बता दिया उसने साजिश रची जिसकी रिकॉर्डिंग पुलिस ने अपने पास रख ली. फिलहाल महिला अस्पताल में भर्ती है और महिला के बयान नहीं हो पाए हैं, लेकिन गाजियाबाद पुलिस का कहना है कि महिला के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा.