गाजियाबाद: गाजियाबाद पुलिस ने मानवता की मिसाल पेश की है. गाजियाबाद से बुलंदशहर जाने वाली 35 वर्षीय महिला पार्वती दर्शन को विजयनगर क्षेत्र में थाने के नजदीक सुलभ शौचालय में शौच के लिए रुकना पड़ा. महिला को इस दौरान प्रसव पीड़ा शुरू हो गयी. प्रसव की पीड़ा ज्यादा होने के कारण महिला ने शौचालय के अंदर ही दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया.


फरिश्ता बनकर मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी 


महिला के शौचालय में हुए प्रसव के बारे में जैसे ही पुलिस को खबर मिली, मौके पर पहुंचकर पुलिस ने एक फरिश्ते के रूप में उस महिला को तत्काल नवजात दोनों जुड़वा बच्चियों को लेकर अस्पताल में एडमिट कराया, जहां जच्चा और बच्चा दोनों ही स्वस्थ हैं. साथ ही महिला ने फरिश्ते के तौर पर मदद करने आए पुलिसकर्मियों का दिल से आभार प्रकट किया. वहीं, सोशल मीडिया पर पुलिस के इस सराहनीय कदम की खूब तारीफ हो रही है. ट्विटर पर भी गाजियाबाद पुलिस का यह कदम बहुत ही ट्रेंड हो रहा है.


डॉक्टर का बयान


वहीं, इसी मामले पर डॉक्टर ने बताया कि, मुझे विजय नगर थाने से सूचना प्राप्त हुई थी. मैंने तुरंत शौचालय के पास विजयनगर एंबुलेंस भेजी और तुरंत ही जच्चा और बच्चा को अस्पताल लेकर आ गई. मैं पुलिस वालों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने इस बारे में सूचना दी. बच्चे बहुत ही कमजोर थे, महिला पूर्ण रूप से स्वस्थ है, किन्तु नवजात बच्चियां अभी कमजोर हैं, उनकी देखभाल जारी है, वह भी पूर्ण रूप से स्वस्थ हो जाएंगे.


पति ने पुलिसकर्मियों का आभार जताया 


महिला के पति दशरथ सिंह ने बताया विजय नगर शौचालय के पास मेरी पत्नी शौच के लिए गई थी, इसी दौरान उसे प्रसव पीड़ा हुई और उसने दो बच्चियों को जन्म दिया. मैंने तुरंत ही पुलिस को सूचना दी. पुलिस के दो कर्मचारियों ने तत्काल रुप से उसे अस्पताल में भर्ती कराया. मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं.


वहीं, महिला को अस्पताल में तुरंत एडमिट कराने को लेकर पुलिस की जमकर तारीफ हुई है. एसएसपी गाजियाबाद ने इसे ट्वीट भी किया है. सोशल मीडिया पर इस बात को सराहा भी जा रहा है.


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