Ghaziabad News: काम शुरू होने की बांट जोह रहा है गाजियाबाद का 'अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम', सालों से लटका हुआ है प्रोजेक्ट
Ghaziabad Cricket Stadium: गाजियाबाद में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का में एक ईट भी नहीं रखी गई है. जबकि दो बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का भूमि पूजन हो गया है.
Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का में एक ईट भी नहीं रखी गई है. पिछले पांच साल से पश्चिम उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के लोग इसका जो सपना देख रहे थे वह पूरा नहीं हुआ है. दो बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का भूमि पूजन हो गया है लेकिन निर्माण के नाम पर बाउंड्री में एक ईट तक नहीं लगी है.कुछ दिन पहले पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना ने भी ट्वीट किया था. जिसमें उन्होंने सरकार से क्रिकेट स्टेडिम की मांग उठाई थी. बता दें कि राजनगर एक्सटेंशन में यह स्टेडियम बनना है. जिसकी जिम्मेदारी यूपीसीए को दी गई है लेकिन शासन में रेश्यो (एफएआर) एचटी लाइन शिफ्टिंग के अलावा कई ऐसे मुद्दे हैं जिनकी वजह से इनका कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है.
सीएम ने की थी घोषणा
दरअसल, जुलाई 2021 मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने इसकी घोषणा की थी कि यहां एक भव्य स्टेडियम बनना चाहिए. इसका आउटलेट भी तैयार किया था. इसके अलावा स्टेडियम के निर्माण में सबसे बड़ी बाधा यहां से गुजरने वाली हाई टेंशन लाइन भी है जिसकी शिफ्टिंग संबंधी रुकावट बाधा बनी हुई है. एसटी लाइनों की शिफ्टिंग के लिए यूपी पावर कारपोरेशन यूपीसीए से 14 करोड़ अधिक की मांग की गई है. यूपीसीए एपेक्स के सदस्य राकेश मिश्रा ने बताया कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के माध्यम से 34 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई गई थी. जिसकी रजिस्ट्री और उसका सारा पैशन का कार्य पूरा हो चुका है. यहां केवल दो बिंदुओं पर लगातार शासन से मांग कर रहे हैं और शासन के पास में अपनी एप्लीकेशन भेज रहे हैं. जिनमें पहली एफ ए आर जीडीए में जमा होना है और दूसरी हाईटेंशन लाइने.
घोषणा के समय नहीं गुजरी थी हाईटेशन तार
राकेश मिश्रा ने बताया कि जिस समय स्टेडियम बनाने की घोषणा की गई थी उस समय यह हाईटेशन तार यहां से नहीं गुजरी थी. विद्युत विभाग द्वारा एक करोड़ 65 लाख रुपये का स्टीमेट दिया था. जिसमें यह कहा गया था कि यूपी की डेकोरेशन से इन लाइनों को स्थानांतरण कर लेंगे, लेकिन पैसा नहीं जमा करने के कारण तार को विद्युत विभाग ने स्टेडियम के ऊपर से निकाला. मिश्रा ने बताया कि उस समय के उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को भी इस मामले से अवगत कराया गया था लेकिन इस पर संज्ञान नहीं लिया गया. एक बार फिर मंत्री अरविंद शर्मा से गुहार लगाई गई है जिसका अभी कोई निष्कर्ष नहीं निकला है.