Karnal Kisan Protest Rakesh Tikait: करनाल (Karnal) में किसानों का धरना प्रदर्शन चल रहा है. पुलिस प्रशासन की कार्रवाई से किसान नाराज हैं. लगातार वो दोषी अधिकारी पर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं. जिस किसान की मौत (Death) हुई है उसके परिवार को मुआवजा और नौकरी दिए जाने की मांग को लेकर करनाल में किसानों ने आंदोलन खड़ा कर दिया है. किसानों का कहना है कि दिल्ली के तमाम बॉर्डर पर हमारा आंदोलन (Protest) चल रहा है. करनाल में एक नया आंदोलन सरकार के खिलाफ शुरू कर दिया गया है. किसानों ने कहा कि ये आंदोलन तब तक चलेगा जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा. किसानों का ये भी कहना है कि जिस तरह से सरकार ने किसानों को लेकर ढुलमुल रवैया दिखाया है, उनपर लाठीचार्ज, वाटर कैनन का इस्तेमाल किया है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार किसानों के प्रति क्या रुख रखती है. 


करनाल में चलता रहेगा आंदोलन 
इस पूरे प्रकरण को लेकर राकेश टिकैट भी करनाल में 2 दिनों से डेरा डाले बैठे थे. वहीं, पर रात गुजार रहे थे और पुलिस की कार्रवाई को लेकर अपना रोष भी जता रहे थे. राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पहुंच चुके हैं. राकेश टिकैत ने बताया तीन कृषि कानूनों को लेकर हमारी मांग चल रही है उसको लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन, जिस तरह से एक अधिकारी ने किसानों पर बर्बरता पूर्ण अत्याचार किया वो उचित नहीं ठहराया जा सकता है. धरना ऐसे ही चलता रहेगा और भी तमाम किसान नेता वहां पर मौजूद हैं. आंदोलन तो अब वहां से तक तक नहीं हटेगा जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी. 


हम संगठित हैं 
राकेश टिकैत से ये भी सवाल पूछा गया कि जिस तरह से गाजीपुर बॉर्डर पर और अन्य किसान नेताओं में आपका ही चेहरा प्रमुख है इसलिए वहां के किसान नेताओं ने आपको वापस गाजीपुर बॉर्डर तो नहीं भेज दिया. इस पर राकेश टिकैत ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. दिल्ली के तमाम बॉर्डर पर हमारा आंदोलन चल रहा है. वहां पर अन्य कई नेता मौजूद हैं इसलिए हम अपने आंदोलन स्थल पर आ गए हैं. धरना वहां पर लगातार जारी है और जारी रहेगा. हम संगठित हैं और मिलकर कार्य कर रहे हैं. 


किसानों के हितों का ध्यार रखती है बीजेपी 
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी गाजियाबाद में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में पहुंचे थे. इस पर किसान आंदोलन को लेकर उनसे सवाल किए गए थे. स्वतंत्र देव सिंह ने कहा था बीजेपी किसानों के हितों का हमेशा ध्यान रखती है. कुछ राजनीतिक पार्टियां किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर चला रही हैं. किसानों से कई दौर की बातचीत हुई है और सरकार आगे भी बातचीत के लिए प्रतिबद्ध है. किसान आज भी हमारे साथ है, कल भी हमारे साथ थे. 


फोन नंबर को सार्वजनिक किया गया
स्वतंत्र देव सिंह के बयान पर राकेश टिकैत ने पलटवार करते हुए कहा कि हम राजनीति नहीं करते. ये सिर्फ किसानों का धरना है. करनाल में तब तक धरना चलता रहेगा जब तक मांग पूरी नहीं होगी. राकेश टिकैत ने कहा कि आजकल मेरे अल्लाह-हु-अकबर बयान को ट्रोल किया जा रहा है. हमने कुछ गलत नहीं कहा. मेरे फोन नंबर को सार्वजनिक किया गया है, जिससे लोग मुझे फोन करके अपशब्द कह सकें. 


कौन हैं भानु
बीकेयू के भानु प्रताप सिंह पहले किसानों की मांग को लेकर नोएडा में प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन वो इस आंदोलन से हट गए थे. लेकिन, अब उन्होंने कहा है कि हम भी किसानों को जागृत करेंगे और एक अलग से आंदोलन चलाएंगे. इस सवाल पर टिकैत ने कहा कि- कौन है भानु, हम नहीं जानते कौन है भानु. उन्हें जो करना है करें. देश में लोकतंत्र है वो अपनी मांग रखें. मैं उन्हें नहीं जानता हूं. वो 15 साल पहले ही इस संगठन से अलग कर दिए गए थे. 


लखनऊ जाएंगे राकेश टिकैत 
एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राकेश टिकैत 21 तारीख को लखनऊ जाएंगे. इस दौरान वो संगठन की मीटिंग में भी हिस्सा लेंगे. लखनऊ को घेरने वाली बात पर उन्होंने कहा हमारी मीटिंग का दौर चलता रहता है. किसान संगठन और उसके पदाधिकारी जो भी फैसला करते हैं उसी को अमल में लाया जाता है. 



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