गाजियाबाद. यूपी के गाजियाबाद के लोनी इलाके में एक बुजुर्ग के साथ मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. वीडियो को लेकर तरह-तरह के दावे भी किए गए थे. वहीं, गाजियाबाद के एसएसपी अमित कुमार पाठक ने पूरे मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है. जिले के एसएसपी ने कहा कि जांच में कोई धार्मिक एंगल नहीं मिला था. ताबीज लेकर हुए आक्रोश के चलते घटना को अंजाम दिया गया. 


उन्होंने आगे कहा कि घटना में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया गया है. बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है.






9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
एसएसपी ने साफ कहा कि वायरल वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर जो कंटेट प्रकाशित किया गया वो गैर-जिम्मेदाराना है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने जानबूझकर सोशल मीडिया पर अलग एंगल देकर इसे प्रसारित किया उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने सात लोगों के अलावा ट्विटर और ट्विटर इंडिया के खिलाफ केस दर्ज किया है.


क्या है मामला?
दरअसल, बुजुर्ग की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. वीडियो में दावा किया गया कि लोनी में कुछ युवकों ने एक मुस्लिम बुजुर्ग अब्दुल समद की जबरन पिटाई की और उससे जबरदस्ती जय श्री राम के नारे लगवाए. इसके अलावा उसकी दाढ़ी भी काट ली गई. हालांकि, पड़ताल में वायरल वीडियो की सच्चाई कुछ और ही निकली. पुलिस ने दावा किया कि बुजुर्ग शख्स ने कुछ युवकों को ताबीज दिए थे. ताबीज के काम ना करने पर उसकी पिटाई की गई.


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