गाजियाबाद में एक बुजुर्ग की पिटाई का वीडियो वायरल होने के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस की तरफ से ट्विटर इंडिया हेड को नोटिस भेजा गया है. गाजियाबाद पुलिस ने ट्विटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष माहेश्वरी पर जांच में सहयोग करने से बचने का आरोप लगाया है. यूपी पुलिस ने कहा कि वे मनीष माहेश्वरी के जवाब में संतुष्ट नहीं हैं.


गाजियाबाद पुलिस की तरफ से ट्विटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष माहेश्वरी को 24 जून की सुबह 10:30 बजे तक लोनी थाने में व्यक्तिगत तौर पर पेश होने का नोटिस दिया गया है. पुलिस के मुताबिक 18 तारीख को टि्वटर ने ईमेल के जरिए रिप्लाई दिया है.  पत्र के अनुसार पुलिस ने ट्विटर को जांच में सहयोग ना करने की बात कही है.


गाजियाबाद पुलिस ने ट्विटर इंडिया से कहा- आप एक जिम्मेदार प्लेटफॉर्म है. आपको यह वीडियो हटा लेनी चाहिए थी क्योंकि इस वीडियो से देश में साप्रदायिक माहौल खराब हो सकता था. इसी संबंध में  24 तारीख को प्रातः 10:30 बजे ट्विटर की तरफ से थाना लोनी बॉर्डर पहुंचकर व्यक्तिगत रूप से इस संबंध में अपना अभीकथन अंकित कराने के निर्देश दिए है.


इधर, ट्विटर इंडिया के प्रबंध निदेशक ने सोशल मीडिया मंच पर बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति के सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील वीडियो क्लिप के प्रसार से जुड़े मामले में गाजियाबाद पुलिस की जांच में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए शामिल होने की पेशकश की है. अधिकारियों ने सोमवार को इस बारे में बताया.


अधिकारियों ने बताया कि कर्नाटक के बेंगलुरू में रहने वाले प्रबंध निदेशक (एमडी) मनीष माहेश्वरी को गाजियाबाद पुलिस ने 17 जून को नोटिस जारी किया था और उनसे मामले में सात दिन के भीतर लोनी बॉर्डर थाने में अपना बयान दर्ज कराने को कहा गया. पुलिस अधीक्षक (गाजियाबाद ग्रामीण) ईरज राजा ने समाचार एजेंसी पीटीआईको बताया, ‘‘ट्विटर इंडिया के एमडी ने जवाब दिया है और कुछ समय के लिए वीडियो कॉल के जरिए जांच से जुड़ने की पेशकश की है.


उन्होंने पुलिस के साथ सहयोग करने का आश्वासन दिया है.’’ राजा ने कहा, ‘‘ट्विटर इंडिया के अधिकारियों ने मुद्दे पर कुछ सूचनाएं और स्पष्टीकरण दिया है. इन सूचनाओं के संदर्भ में हम ट्विटर इंडिया के संबंधित अधिकारियों को एक और नोटिस भेजने वाले हैं.’’


अधिकारी ने कहा कि गाजियाबाद पुलिस ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जांच में शामिल होने पर माहेश्वरी के जवाब के संबंध में कोई फैसला नहीं लिया है. गाजियाबाद पुलिस ने मामले में अब तक ट्विटर इंडिया और एक न्यूज वेबसाइट को नोटिस जारी किया है, जिसमें कुछ पत्रकारों और विपक्षी कांग्रेस के नेताओं पर सांप्रदायिक अशांति फैलाने के इरादे से वीडियो को साझा करने का आरोप है.