गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में किसान परिवार की महिलाओं ने रविवार को अनोखा प्रदर्शन किया. दरअसल, गाजियाबाद के मधुबन बापूधम आवासीय योजना पर किसान तकरीबन 2 सालों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. रविवार को जब गाजियाबाद विकास प्राधिकरण भारी भरकम पुलिस फोर्स लेकर यहां काम कराने पहुंचा तो सैकड़ों की संख्या में किसान और उनके परिवार की महिलाएं यहां पहुंच गईं. किसानों ने जहां जेसीबी पर कब्जा कर लिया वहीं, महिलाओं ने अपने खेत की सब्जियां पुलिस वालों को देकर विरोध जताया.


किसी ने नहीं सुनी बात
मामला गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम आवासीय योजना का है. किसानों का आरोप है कि वो यहां पिछले 2 वर्ष से लगातार विरोध कर रहे हैं लेकिन किसी जनप्रतिनिधि या अधिकारी ने उनकी एक नहीं सुनी. महिलाओं का कहना है कि जब उनकी नहीं सुनी जा रही तो अपने आने वाली पीढ़ियों को क्या देकर जाएंगे. इसीलिए, वो आने वाली पीढ़ियों के सिए खेतों में लौकी और तुरई छोड़ेंगे.


वादे से पलट गया गाजियाबाद विकास प्राधिकरण
दरअसल, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण यहां के 6 गांव सदरपुर, मोरटा, रहीसपुर, दुहाई , नगला याकूबपुर और नैनापुर में किसानों की जमीन अधिग्रहित की थी. उस समय प्राधिकरण ने किसानों को आश्वासन दिया था कि अगर यहां का मुआवजा बढ़ा तो सभी किसानों को उसी श्रेणी का मुआवजा दिया जाएगा. किसानों का आरोप है कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण अपने वादे से पलट गया है.



फोर्स लगाकर काम करना चाहता है प्राधिकरण
किसान और उनके परिवार की महिलाओं का आरोप है गाजियाबाद विकास प्राधिकरण जबरन फोर्स लगाकर यहां काम करना चाहता है. किसानों का कहना है कि ऐसा नहीं होने दिया जाएगा, चाहे तो गाजियाबाद विकास प्राधिकरण उनकी लाशों के ऊपर होकर काम कर ले. किसान परिवार की महिलाओं के विरोध को देखकर यही लगता है कि ये लड़ाई लंबी चलेगी.


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