UP News: गाजीपुर (Ghazipur) में ट्रेन के जरिए कछुओं की तस्करी (Turtle Smuggling) करने के आरोप में दो महिलाओं को अरेस्ट किया गया है. इन महिलाओं से 626 जिंदा कछुए भी मिले हैं जिन्हें वे पश्चिम बंगाल (West Bengal) के जलपाईगुड़ी ले जा रही थीं. जीआरपी द्वारा गिरफ्तार की गई महिलाएं सुल्तानपुर की रहने वाली हैं. जीआरपी ने कछुओं को वन विभाग को सौंप दिया है.
बदबू आने पर हुई गठरियों की जांच
गाजीपुर से गुजरने वाली कामाख्या एक्सप्रेस में जीआरपी के जवान चेकिंग के लिए घुसे तभी ट्रेन के एक बोगी में सीट के नीचे कई गठरिया रखी हुई नजर आई. उनमें में से अजीब तरह की बदबू आ रही थी जिसकी जानकारी जीआरपी के सिपाहियों ने जीआरपी के इंस्पेक्टर को दिया. जिसके बाद जीआरपी इंस्पेक्टर अपने फोर्स को साथ लेकर बोगी में जब पहुंचे और फिर पूछताछ करने लगी. दो महिलाओं ने अपना कि वह उनकी गठरी है. जब जीआरपी ने गठरियों को खोलना शुरू किया तो महिलाओं ने आपत्ति जताई. जीआरपी ने जब गठरियों को खोला तो उसके अंदर कछुए मिले.
कछुए की कीमत 6-7 लाख बताई जा रही है
जीआरपी ने कछुओं को ट्रेन से बाहर निकलवाया और महिलाओं को गिरफ्त में ले लिया. जीआरपी ने 626 कछुए जब्त किए. दोनों महिलाएं उन्हें जलपाईगुड़ी ले जा रही थीं जहां बेचने पर उन्हें अच्छा पैसा मिल जाता था. जीआरपी ने इसकी जानकारी वन विभाग की टीम को दी. वन विभाग की टीम जानकारी मिलने पर स्टेशन पहुंची कछुआ की जांच पड़ताल की, तो पता चला कि ये प्रतिबंधित कछुएं हैं जिनकी बाजार में कीमत 6-7 लाख रुपये हैं.
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