Ghazipur News: डिजिटल अटेंडेंस का शिक्षक लगातार विरोध कर रहे है. विरोध में शिक्षक लामबंद हो गये हैं. इसके विरोध में मुहम्मदाबाद तहसील क्षेत्र के 70 शिक्षकों ने अपने अतिरिक्त शंकुल पद की जिम्मेदारी को निभाने से मना कर दिया है. शंकुल पद से मतलब है, हर शिक्षक को अपने क्षेत्र के करीब पांच स्कूलों की जिम्मेदारी दी जाती है. जिसके तहत इन स्कूलों के कागजी प्रपत्रों को तैयार करना और अन्य सुविधाओं को देखकर उनकी रिपोर्ट तैयार करना होता है. 


इस बारे में बीएसए हेमंत राव से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि जिले में किसी भी शिक्षक ने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है, बल्कि केवल अपने एक अतिरिक्त कार्य को नहीं करने की बात कही है. अपने अतिरिक्त शंकुल पदभार से इस्तीफा देने वाले शिक्षकों का कहना है कि वो डिजटल अटेंडेंस के विरोध में अपनी इस जिम्मेदारी को छोड़ रहे हैं लेकिन बच्चों के हित में वो शिक्षण कार्य करते रहेंगे.


सरकार को अन्य समस्याओं पर भी ध्यान देना चाहिए
उत्तर-प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों के लिये सरकार ने डिजिटल अटेंडेंट को अनिवार्य कर दिया है. इसका शासनादेश भी जारी कर दिया गया है जिसका शिक्षक विरोध कर रहे हैं.शिक्षक इसके विरोध में धरना-प्रदर्शन भी कर रहे हैं.शिक्षकों का कहना है कि उनकी इस व्यवस्था से कोई दिक्कत नहीं है लेकिन सरकार को उनकी आधारभूत समस्याओं पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए. उनके प्रमोशन,स्थानांतरण,ईएल और अन्य मूलभूत सुविधाओं पर भी सरकार को ध्यान देना चाहिये.


इस बारे में जब बीएसए हेमंत राव से एबीपी न्यूज़ ने फोन से बात की तो उनका कहना था कि शिक्षकों के इस्तीफे की बात भ्रामक है. किसी भी शिक्षक ने इस्तीफा नहीं दिया है बल्कि उन्होंने केवल अपनी शंकुल की एक जिम्मेदारी को छोड़ दिया है.सभी शिक्षकों को कुछ स्कूलों की एक अतिरिक्त जिम्मेदारी दी जाती है. जिससे उन्होंने अपने को अलग करने की बात की है.


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