UP News: गाजीपुर (Ghazipur) के सरजू पांडे पार्क में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के श्रद्धांजलि सभा का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी (Afzal Ansari) ने कहा कि मुलायम सिंह यादव नेता नहीं बल्कि नेता बनाने की फैक्ट्री थे.
सांसद ने बताया कि 1991 में उनके ऊपर विपत्ति आई थी और 1993 में उन्होंने मुलायम सिंह यादव के विपक्ष के पार्टी से चुनाव लड़ कर चुनाव जीता था. इसके बावजूद नेता जी ने उनकी मदद की, उस मामले में जांच कमेटी के रिपोर्ट के बाद जनपद के कई अधिकारियों पर डकैती का मुकदमा दर्ज हुआ था.
गाजीपुर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का पिछले दिनों निधन हुआ था. उनके सम्मान में जनपद के कई जगहों पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया था. गाजीपुर के सरजू पांडे पार्क में समाजवादी पार्टी की तरफ से सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया था जिसमें सभी राजनीतिक दल के नेता शामिल हुए.
इसी क्रम में गाजीपुर के सांसद ने नेता जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नेताजी ऐसे व्यक्ति थे जो बहुत सारे लोगों को विधानसभा और लोकसभा तक पहुंचाया है. जिन्हें ग्राम प्रधान बनने की उम्मीद नहीं थी उन लोगों को विधानसभा और लोकसभा तक पहुंचाया है. कुल मिलाकर नेता जी को नेता बनाने की फैक्ट्री भी कह सकते हैं.
नेता जी को बताया नेता बनाने की फैक्ट्री
सांसद अफजल अंसारी ने कहा की 1991 में मैं दूसरे पार्टी का विधायक हुआ करता था, उस समय हमारे ऊपर विपत्ति आई थी. 1992 में मुलायम सिंह यादव गाजीपुर में एक विशाल रैली करने आए थे. उन्होंने रैली के दौरान अफजाल अंसारी को मदद की बात कही थी. उस मामले में जांच कमेटी के द्वारा जांच किया गया और जांच रिपोर्ट के आधार पर राज्यपाल के आदेश पर गाजीपुर के बहुत सारे अधिकारियों पर डकैती का मुकदमा दर्ज हुआ.
हालांकि 1993 के चुनाव में मुलायम सिंह यादव के विपक्षी पार्टी से चुनाव लड़ कर चुनाव जीता था, ऐसे थे नेताजी मुलायम सिंह यादव. उन्होंने कहा कि नेता जी पक्ष और विपक्ष हर किसी को मदद करने के लिए तत्पर रहा करते थे.