Ghazipur News: उत्तर प्रदेश में कोरोना के कारण बच्चों के स्कूल जाने का लय लगभग टूट चुका था. अब यूपी सरकार दोबारा बच्चों को स्कूल भेजने के प्रयास में लगी हुई है. बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों की संख्या बढ़ाने को लेकर लगातार 'स्कूल चलो अभियान' चलाया जा रहा है.


इसी क्रम में जनपद गाजीपुर से एक ऐसी तस्वीर निकल कर सामने आई जिसे देखने के बाद हर कोई सोचने को मजबूर हो जाएगा कि यदि हर अधिकारी कुछ इस तरह से अपने कार्यों को अंजाम देने लगे तो वह दिन दूर नहीं जब लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है.


मुसहर बस्ती में पहुंचे अधिकारी


दरअसल यहां 1 दिन पूर्व, बेसिक शिक्षा अधिकारी जो बिजौरा ग्राम के मुसहर बस्ती में स्कूल चलो अभियान के तहत पहुंचे थे और यहां के बच्चे पहले तो अपने परिजनों के साथ ईंट भट्ठे पर थे. वहां से बुलाने पर आए, तब बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी से भोजपुरी में बातचीत कर अपनत्व की भावना पैदा किया और इसी दौरान एक बच्चा जो पिछले कई दिनों से नहाया नहीं था उसे उसकी मां से परमिशन लेकर खुद उसे साबुन लगाकर नहलाने लगे और उसके बाद विभाग के द्वारा दिया गया ड्रेस भी पहनाया. साथ ही अधिकारी ने उसका एडमिशन स्कूल चलो अभियान के तहत पास के प्राथमिक विद्यालय में करवाया.


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अधिकारी ने दिया ऐसा संदेश


इस प्रकरण देखने के बाद एक बात समझ में आती है कि अधिकारी अगर अपनी जिम्मेदारी समझ कर कोई कार्य करें तो समाज में आसानी से बदलाव लाया जा सकता है. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी अपने अधिकारियों और शिक्षकों को भी इसी तरह का मैसेज दिया ताकि कॉन्वेंट स्कूलों से दो-दो हाथ कर अपने विद्यालयों में छात्रों की संख्या बढ़ा सकें और जो भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा है कि हर बच्चे को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जाए, वह मंशा भी लगभग पूरी हो जाएगी.


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