Ghazipur Religious Conversion: गाजीपुर में ईसाई मिशनरियों के द्वारा लगातार भोले-भाले गरीब और असहाय लोगों को चमत्कार का नजारा दिखा कर उनका धर्म परिवर्तन करा जा रहा है. यहां पर लोगों को यीशु मसीह के द्वारा बताए गए रास्ते पर चलने की बात कर रहे हैं, जिसको लेकर प्रत्येक रविवार को चंगाई सभा का आयोजन करते हैं. ऐसा ही आयोजन आज गाजीपुर के राधे नगर कॉलोनी में किया गया था जहां लगभग 150-200 महिलाएं शामिल रहीं. इसकी जानकारी जब बीजेपी नेताओं को हुई तो वह लोग मौके पर पहुंचे और वहां पर प्रार्थना सभा में आए लोगों के गले में यीशु मसीह का क्रॉस पडे़ हुए देखा. इसके साथ ही बाइबल के माध्यम से लोगों को प्रार्थना सभा भी कराई जा रही थी. जिसका बीजेपी नेताओं ने विरोध किया और इसकी जानकारी कोतवाली पुलिस को दी.


वहीं कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जानकारी ली. यहां पर लोगों को धर्म और चमत्कार के नाम पर धर्मांतरण कराया जा रहा है और इस कार्यक्रम के लिए जिला प्रशासन से किसी भी तरह का आदेश भी नहीं लिया गया है. जिसके बाद प्रार्थना सभा कराने वाले दो लोगों को विपिन कुमार पुत्र गुलाब निवासी थाना सराय लखंसी जिला मऊ और राकेश प्रजापति पुत्र रामधनी निवासी बंसी बाजार गाजीपुर को पुलिस ने गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ की जा रही है.


बता दें कि इस आयोजित प्रार्थना सभा में लोगों को बताया जा रहा था कि आप यीशु की उपासना करेंगे तो आपके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे. इन्हीं लोगों में से बहुत सारे लोगों ने बताया कि मेरा पैर टूट गया तो यीशु को याद किया तो तत्काल ठीक हो गया. कुछ यह भी बता रहे थे कि हमें दिखाई नहीं देता है मैंने यीशु की उपासना की तो मेरी आंखें वापस आ गई. इस तरह के कई तरह की बातें वहां पर आए हुए महिला और पुरुषों ने बताया.


प्रार्थना सभा संचालित करने वाले 2 लोगों से हो रही पूछताछ


इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि कुछ स्थानीय लोगों के द्वारा इसकी जानकारी दी गई थी. जिसके बाद कोतवाली पुलिस एक्टिव होकर मौके पर पहुंची और वहां चल रहे प्रार्थना सभा को रोका. प्रार्थना सभा को संचालित करने वाले 2 लोगों को पूछताछ करने के लिए कोतवाली लेकर आई है. प्रथम दृष्टया धर्मांतरण का मामला लग रहा है ऐसे में पूछताछ के बाद जो भी तथ्य निकलकर सामने आएगा उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.


UP Politics: 'जब से बीजेपी आई है कैंसर-हार्ट अटैक के बढ़े मरीज', अखिलेश यादव ने दवाओं के महंगे होने पर भी उठाए सवाल