Ghazipur News: गाजीपुर (Ghazipur) में करीब 7 महीने पहले एक युवक अपने परिजनों से नाराज होकर घर से कहीं चला गया, लेकिन वह व्हाट्सएप के जरिए अपने परिजनों से बातचीत करता रहा. परिजनों ने अचानक से 2 दिन पहले अपने बेटे की हत्या की आशंका जताई और पुलिस से इसकी लिखित शिकायत की. पुलिस को इस मामले में युवक का शव पोखरी के पास दफनाया हुआ मिला, जिसके बाद शनिवार को पुलिस ने शव बरामद किया और उसके बाद आवश्यक कार्रवाई में जुट गई. दरअसल, यह पूरा मामला बिरनो थाना क्षेत्र के बिरबलपुर का है. 


गाजीपुर का रहने वाला आदित्य उर्फ धनजी सदर कोतवाली इलाके के रवि राय के साथ मिलकर प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था, लेकिन अचानक से करीब 7 महीने पहले वह अपने परिजनों से किसी बात से नाराज होकर घर से निकला और उसके बाद से वह लापता हो गया, लेकिन इस दौरान वह अपने परिजनों से व्हाट्सएप के जरिए कभी गाजीपुर, कभी आजमगढ़, कभी वाराणसी, कभी नेपाल तो कभी दिल्ली के लोकेशन से व्हाट्सएप मैसेज परिजनों को भेजा करता था. 


क्या है पूरा मामला?
परिजन भी बेटे की नाराजगी को समझते हुए बेटे के आने का लगातार इंतजार करते रहे लेकिन इस दौरान करीब 2 दिन पहले परिजनों को यह जानकारी हुई कि उनके बेटे की हत्या कर दी गई है जिसके बाद उन्होंने अपने बेटे के दोस्त और पार्टनर रवि राय के विरुद्ध एक शिकायत पत्र पुलिस अधीक्षक को दिया. पुलिस अधीक्षक ने आरोपी युवक को जब कस्टडी में लेकर पूछताछ शुरू की तो यह मामला कई महीने पहले की गई हत्या का निकला. इस दौरान आरोपी युवक, मृतक युवक के मोबाइल से लगातार परिजनों को व्हाट्सएप के जरिए ऑडियो भेज कर और मैसेज भेजकर यह बताया करता था कि वह जल्द ही घर वापस आएगा. 


आरोपी की निशानदेही पर जब शव को तलाशने का काम शुरू किया तो आरोपी की प्रॉपर्टी के अंदर प्लास्टिक से बांधकर जमीन के अंदर दफन किया हुआ शव मिला जिसके बाद पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इस मामले में परिजनों ने बताया कि उनका बेटा आरोपी रवि राय के साथ प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था और इसके लिए उन लोगों ने जमीन बेचकर पैसा उपलब्ध कराया था, लेकिन जब वह गायब हुआ था तो परिजनों से कुछ नाराज था और लगातार व्हाट्सएप मैसेज और ऑडियो आने से वह सोचते था कि उनका बेटा जिंदा है और वह नाराज होकर गया है. 


परिजनों ने मुख्यमंत्री से आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि 2 दिन पहले परिजनों के द्वारा हत्या की आशंका जताई गई थी और उनकी लिखित शिकायत पर आरोपी को कस्टडी में लेकर जब पूछताछ की गई तो मामला खुलकर सामने आया. अभी इस मामले में और तफ्तीश की जा रही है और इसमें अभी कई और आरोपी हो सकते हैं इसलिए अभी कुछ भी इसमें कहना जल्दबाजी होगी.


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